Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jan 2021 · 1 min read

तमाल छन्द

तमाल छन्द 19 मात्रएं पदांत 21 से
मात पिता का सदा बढ़ाओ मान।
रखो सदा तुम उनका भैया ध्यान।
करके सेवा आप लीजिये ज्ञान।
दुआ तुम्हें दे बनो सदा धनवान।
अदम्य

Language: Hindi
182 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
बुलेटप्रूफ गाड़ी
बुलेटप्रूफ गाड़ी
Shivkumar Bilagrami
हॅंसी
हॅंसी
Paras Nath Jha
घर-घर ओमप्रकाश वाल्मीकि (स्मारिका)
घर-घर ओमप्रकाश वाल्मीकि (स्मारिका)
Dr. Narendra Valmiki
सुंदरता विचारों व चरित्र में होनी चाहिए,
सुंदरता विचारों व चरित्र में होनी चाहिए,
Ranjeet kumar patre
जून की दोपहर
जून की दोपहर
Kanchan Khanna
*पाते असली शांति वह ,जिनके मन संतोष (कुंडलिया)*
*पाते असली शांति वह ,जिनके मन संतोष (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
!! गुलशन के गुल !!
!! गुलशन के गुल !!
Chunnu Lal Gupta
ज़िंदगी को अगर स्मूथली चलाना हो तो चु...या...पा में संलिप्त
ज़िंदगी को अगर स्मूथली चलाना हो तो चु...या...पा में संलिप्त
Dr MusafiR BaithA
"स्वतंत्रता दिवस"
Slok maurya "umang"
पहले कविता जीती है
पहले कविता जीती है
Niki pushkar
हाँ मैन मुर्ख हु
हाँ मैन मुर्ख हु
भरत कुमार सोलंकी
#महाभारत
#महाभारत
*Author प्रणय प्रभात*
नलिनी छंद /भ्रमरावली छंद
नलिनी छंद /भ्रमरावली छंद
Subhash Singhai
So many of us are currently going through huge energetic shi
So many of us are currently going through huge energetic shi
पूर्वार्थ
विद्यादायिनी माँ
विद्यादायिनी माँ
Mamta Rani
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
निर्जन पथ का राही
निर्जन पथ का राही
नवीन जोशी 'नवल'
कबीरा यह मूर्दों का गांव
कबीरा यह मूर्दों का गांव
Shekhar Chandra Mitra
जब तक बांकी मेरे हृदय की एक भी सांस है।
जब तक बांकी मेरे हृदय की एक भी सांस है।
Rj Anand Prajapati
हारो बेशक कई बार,हार के आगे झुको नहीं।
हारो बेशक कई बार,हार के आगे झुको नहीं।
Neelam Sharma
लोग खुश होते हैं तब
लोग खुश होते हैं तब
gurudeenverma198
लेकर सांस उधार
लेकर सांस उधार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन।
दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन।
जगदीश शर्मा सहज
जीवन अगर आसान नहीं
जीवन अगर आसान नहीं
Dr.Rashmi Mishra
टैडी बीयर
टैडी बीयर
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
जीवन
जीवन
Monika Verma
अपनी मर्ज़ी के
अपनी मर्ज़ी के
Dr fauzia Naseem shad
रात का मायाजाल
रात का मायाजाल
Surinder blackpen
"वो पूछता है"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...