Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Sep 2021 · 1 min read

तथाकथित बुद्धिजीवी

वे आयातित विचारों के कायल हो गए
पश्चिमी सभ्यता से प्रभावित हो गए
फैशन में फ़ैंचकट जोकर से हो गए
वामपंथी एजेंडे पर कायम हो गए
तभी से सुना है वे तथाकथित बुद्धिजीवी हो गए
अपनी ही मां को डायन बोलते हैं
सुना है भाड़े पर राष्ट्रविरोधी बोलते हैं
समाज को जाति पाति फिरकों में तौलते हैं
खुद का कोई दिमाग नहीं था
अपने घर में ही कोई पूछता नहीं था
दुनिया भर का कचरा भेजे में भरा है
शरीर से जिंदा है आत्मा से मरा है
विघ्नसंतोषी हीन भावना से ग्रस्त मनोरोगी हैं
पत्नी भाग गई है फिर भी प्रेम रोगी हैं
नौजवानों को वहकाते हैं अलगाव चरमपंथ पढ़ाते हैं
शिक्षण संस्थाओं में देश विरोधी एजेंडे चलाते हैं
यही परजीवी तथाकथित बुद्धिजीवी कहलाते हैं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
1 Like · 4 Comments · 386 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
2649.पूर्णिका
2649.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मेरी फितरत
मेरी फितरत
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
सत्य
सत्य
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
अजीब मानसिक दौर है
अजीब मानसिक दौर है
पूर्वार्थ
एक और द्रौपदी (अंतःकरण झकझोरती कहानी)
एक और द्रौपदी (अंतःकरण झकझोरती कहानी)
दुष्यन्त 'बाबा'
आसमान पर बादल छाए हैं
आसमान पर बादल छाए हैं
Neeraj Agarwal
जो बैठा है मन के अंदर उस रावण को मारो ना
जो बैठा है मन के अंदर उस रावण को मारो ना
VINOD CHAUHAN
जितना आसान होता है
जितना आसान होता है
Harminder Kaur
पेड़ से कौन बाते करता है ।
पेड़ से कौन बाते करता है ।
Buddha Prakash
वैश्विक जलवायु परिवर्तन और मानव जीवन पर इसका प्रभाव
वैश्विक जलवायु परिवर्तन और मानव जीवन पर इसका प्रभाव
Shyam Sundar Subramanian
वट सावित्री व्रत
वट सावित्री व्रत
Shashi kala vyas
"ऊँची ऊँची परवाज़ - Flying High"
Sidhartha Mishra
"लक्की"
Dr Meenu Poonia
देख रहा था पीछे मुड़कर
देख रहा था पीछे मुड़कर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
शिवाजी गुरु स्वामी समर्थ रामदास – भाग-01
शिवाजी गुरु स्वामी समर्थ रामदास – भाग-01
Sadhavi Sonarkar
जालोर के वीर वीरमदेव
जालोर के वीर वीरमदेव
Shankar N aanjna
ये
ये "इंडियन प्रीमियर लीग" है
*Author प्रणय प्रभात*
"उड़ान"
Yogendra Chaturwedi
अज्ञात के प्रति-2
अज्ञात के प्रति-2
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"जरा गौर करिए तो"
Dr. Kishan tandon kranti
क्यों नहीं देती हो तुम, साफ जवाब मुझको
क्यों नहीं देती हो तुम, साफ जवाब मुझको
gurudeenverma198
*बना शहर को गई जलाशय, दो घंटे बरसात (गीत)*
*बना शहर को गई जलाशय, दो घंटे बरसात (गीत)*
Ravi Prakash
2) भीड़
2) भीड़
पूनम झा 'प्रथमा'
गीता में लिखा है...
गीता में लिखा है...
Omparkash Choudhary
प्रकाश परब
प्रकाश परब
Acharya Rama Nand Mandal
रात
रात
SHAMA PARVEEN
दायरे से बाहर (आज़ाद गज़लें)
दायरे से बाहर (आज़ाद गज़लें)
AJAY PRASAD
✍️फिर वही आ गये...
✍️फिर वही आ गये...
'अशांत' शेखर
दाता
दाता
निकेश कुमार ठाकुर
उसे अंधेरे का खौफ है इतना कि चाँद को भी सूरज कह दिया।
उसे अंधेरे का खौफ है इतना कि चाँद को भी सूरज कह दिया।
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Loading...