Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jul 2020 · 1 min read

“तकलीफ”

इतनी तकलीफ देते हो ….
अरे इतनी तकलीफ देते हो,
क्या इरादा है।
दिल भर चुका मुझसे तेरा,
या मेरे आशु देखकर तुझे मजा आता है।

Language: Hindi
Tag: शेर
7 Likes · 272 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
क्रिकेट
क्रिकेट
SHAMA PARVEEN
*सरल सुकोमल अन्तर्मन ही, संतों की पहचान है (गीत)*
*सरल सुकोमल अन्तर्मन ही, संतों की पहचान है (गीत)*
Ravi Prakash
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
" जय भारत-जय गणतंत्र ! "
Surya Barman
"What comes easy won't last,
पूर्वार्थ
संबंधों के नाम बता दूँ
संबंधों के नाम बता दूँ
Suryakant Dwivedi
सत्य जब तक
सत्य जब तक
Shweta Soni
भूल कर
भूल कर
Dr fauzia Naseem shad
एक नम्बर सबके फोन में ऐसा होता है
एक नम्बर सबके फोन में ऐसा होता है
Rekha khichi
माँ की चाह
माँ की चाह
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
कांतिपति का चुनाव-रथ
कांतिपति का चुनाव-रथ
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
हमने भी मौहब्बत में इन्तेक़ाम देखें हैं ।
हमने भी मौहब्बत में इन्तेक़ाम देखें हैं ।
Phool gufran
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
sushil sarna
💐अज्ञात के प्रति-87💐
💐अज्ञात के प्रति-87💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*** तस्वीर....! ***
*** तस्वीर....! ***
VEDANTA PATEL
#एकताको_अंकगणित
#एकताको_अंकगणित
NEWS AROUND (SAPTARI,PHAKIRA, NEPAL)
प्रबुद्ध कौन?
प्रबुद्ध कौन?
Sanjay ' शून्य'
#लघुकथा
#लघुकथा
*Author प्रणय प्रभात*
প্রশ্ন - অর্ঘ্যদীপ চক্রবর্তী
প্রশ্ন - অর্ঘ্যদীপ চক্রবর্তী
Arghyadeep Chakraborty
#चाह_वैभव_लिए_नित्य_चलता_रहा_रोष_बढ़ता_गया_और_मैं_ना_रहा।।
#चाह_वैभव_लिए_नित्य_चलता_रहा_रोष_बढ़ता_गया_और_मैं_ना_रहा।।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
"गुल्लक"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहा
दोहा
प्रीतम श्रावस्तवी
कोतवाली
कोतवाली
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कहा था जिसे अपना दुश्मन सभी ने
कहा था जिसे अपना दुश्मन सभी ने
Johnny Ahmed 'क़ैस'
इक नयी दुनिया दारी तय कर दे
इक नयी दुनिया दारी तय कर दे
सिद्धार्थ गोरखपुरी
जब कभी भी मुझे महसूस हुआ कि जाने अनजाने में मुझसे कोई गलती ह
जब कभी भी मुझे महसूस हुआ कि जाने अनजाने में मुझसे कोई गलती ह
ruby kumari
"मां की ममता"
Pushpraj Anant
नैतिक मूल्यों को बचाए अब कौन
नैतिक मूल्यों को बचाए अब कौन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मन के मंदिर में
मन के मंदिर में
Divya Mishra
जिंदगी का सफर बिन तुम्हारे कैसे कटे
जिंदगी का सफर बिन तुम्हारे कैसे कटे
VINOD CHAUHAN
Loading...