Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jul 2020 · 1 min read

डॉक्टर्स डे पर दोहे

डॉक्टर्स डे मना रहे, करके उन्हें सलाम
जो जनसेवा के लिये, करते रहते काम

डॉक्टर ही इंसान को, देते जीवन दान
उनका करना चाहिए, हम सबको सम्मान

तन मन के हर कष्ट का, करते तुरत निदान
डॉक्टर को कहते तभी, यहाँ सभी भगवान

नहीं देखते हैं कभी, डॉक्टर दिन या रात
करते भी उपचार हैं, चाहें कोई जात

01-07-2020
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद

Language: Hindi
4 Likes · 2 Comments · 564 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
कविता
कविता
Shiva Awasthi
अर्थव्यवस्था और देश की हालात
अर्थव्यवस्था और देश की हालात
Mahender Singh
गले की फांस
गले की फांस
Dr. Pradeep Kumar Sharma
3100.*पूर्णिका*
3100.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
काव्य में सहृदयता
काव्य में सहृदयता
कवि रमेशराज
दर्द
दर्द
Satish Srijan
जब अपने सामने आते हैं तो
जब अपने सामने आते हैं तो
Harminder Kaur
रात के अंधेरे के निकलते ही मशहूर हो जाऊंगा मैं,
रात के अंधेरे के निकलते ही मशहूर हो जाऊंगा मैं,
कवि दीपक बवेजा
‘‘शिक्षा में क्रान्ति’’
‘‘शिक्षा में क्रान्ति’’
Mr. Rajesh Lathwal Chirana
नलिनी छंद /भ्रमरावली छंद
नलिनी छंद /भ्रमरावली छंद
Subhash Singhai
जिंदगी
जिंदगी
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
"तिकड़मी दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
Tumhari khubsurat akho ne ham par kya asar kiya,
Tumhari khubsurat akho ne ham par kya asar kiya,
Sakshi Tripathi
*चुप रहने की आदत है*
*चुप रहने की आदत है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
लगाव
लगाव
Rajni kapoor
स्वीकार्यता समर्पण से ही संभव है, और यदि आप नाटक कर रहे हैं
स्वीकार्यता समर्पण से ही संभव है, और यदि आप नाटक कर रहे हैं
Sanjay ' शून्य'
तुम ढाल हो मेरी
तुम ढाल हो मेरी
गुप्तरत्न
आओ आज तुम्हें मैं सुला दूं
आओ आज तुम्हें मैं सुला दूं
Surinder blackpen
भोले
भोले
manjula chauhan
हया
हया
sushil sarna
नारी का बदला स्वरूप
नारी का बदला स्वरूप
विजय कुमार अग्रवाल
💐प्रेम कौतुक-310💐
💐प्रेम कौतुक-310💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कल आज और कल
कल आज और कल
Omee Bhargava
बचपन
बचपन
लक्ष्मी सिंह
एक जहाँ हम हैं
एक जहाँ हम हैं
Dr fauzia Naseem shad
#सामयिक_कविता:-
#सामयिक_कविता:-
*Author प्रणय प्रभात*
जाती नहीं है क्यों, तेरी याद दिल से
जाती नहीं है क्यों, तेरी याद दिल से
gurudeenverma198
" लहर लहर लहराई तिरंगा "
Chunnu Lal Gupta
*मूलत: आध्यात्मिक व्यक्तित्व श्री जितेंद्र कमल आनंद जी*
*मूलत: आध्यात्मिक व्यक्तित्व श्री जितेंद्र कमल आनंद जी*
Ravi Prakash
दिन  तो  कभी  एक  से  नहीं  होते
दिन तो कभी एक से नहीं होते
shabina. Naaz
Loading...