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15 Dec 2018 · 1 min read

ठंडा ठंडा माह दिसम्बर

ठंडा ठंडा माह दिसम्बर
ढका हुआ कोहरे से अंबर

सूर्य नहीं जब दिया दिखाई
हमने छोड़ी नहीं रजाई

मम्मी को तब गुस्सा आया
कान पकड़ कर हमें उठाया

सुबह सुबह ही पड़ा नहाना
नहीं चला फिर कोई बहाना

ठंड नचाये ता ता थैया
दांत ताल सँग देते भैया

विद्यालय पर हमको जाना
कुछ बनकर जो है दिखलाना

सर्दी हो या गर्मी भाई
करनी मन से हमें पढ़ाई

15-12-2018
डॉ अर्चना गुप्ता

1 Like · 294 Views
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