Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 May 2020 · 1 min read

जज़्बात की मुलाकात

कुछ लोग ,कुछ शहर ,कुछ सफ़र अच्छे होते हैं।
पर कुछ शहर के सफ़र में कुछ लोग़ बड़े अच्छे होते है।।

कुछ बातें ,कुछ मुलाक़ातें,कुछ लम्हें अच्छे होते हैं।
पर कुछ लम्हों की मुलाकातों में बातें बड़ी अच्छी होती है।।

कुछ रिश्ते ,कुछ दोस्ती ,कुछ जज़्बात अच्छे होते है।
पर कुछ जज्बातों के रिश्तों में दोस्ती बड़ी अच्छी होती है।।

Language: Hindi
14 Likes · 10 Comments · 625 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
एक ख़्वाब सी रही
एक ख़्वाब सी रही
Dr fauzia Naseem shad
*हिंदी भाषा में नुक्तों के प्रयोग का प्रश्न*
*हिंदी भाषा में नुक्तों के प्रयोग का प्रश्न*
Ravi Prakash
पल पल रंग बदलती है दुनिया
पल पल रंग बदलती है दुनिया
Ranjeet kumar patre
सब तो उधार का
सब तो उधार का
Jitendra kumar
Meri asuwo me use rokane ki takat hoti
Meri asuwo me use rokane ki takat hoti
Sakshi Tripathi
दिल ये तो जानता हैं गुनाहगार कौन हैं,
दिल ये तो जानता हैं गुनाहगार कौन हैं,
Vishal babu (vishu)
हंसने के फायदे
हंसने के फायदे
Manoj Kushwaha PS
मंजिल तक पहुंचने
मंजिल तक पहुंचने
Dr.Rashmi Mishra
देखी है हमने हस्तियां कई
देखी है हमने हस्तियां कई
KAJAL NAGAR
लंगोटिया यारी
लंगोटिया यारी
Sandeep Pande
वार्तालाप अगर चांदी है
वार्तालाप अगर चांदी है
Pankaj Sen
याद आती है
याद आती है
Er. Sanjay Shrivastava
जब तक लहू बहे रग- रग में
जब तक लहू बहे रग- रग में
शायर देव मेहरानियां
*घर*
*घर*
Dushyant Kumar
एक विद्यार्थी जब एक लड़की के तरफ आकर्षित हो जाता है बजाय कित
एक विद्यार्थी जब एक लड़की के तरफ आकर्षित हो जाता है बजाय कित
Rj Anand Prajapati
"गीत"
Dr. Kishan tandon kranti
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मंत्र: सिद्ध गंधर्व यक्षाधैसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात्
मंत्र: सिद्ध गंधर्व यक्षाधैसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात्
Harminder Kaur
सब दिन होते नहीं समान
सब दिन होते नहीं समान
जगदीश लववंशी
प्यारी तितली
प्यारी तितली
Dr Archana Gupta
जब याद मैं आऊंँ...
जब याद मैं आऊंँ...
Ranjana Verma
जिज्ञासा
जिज्ञासा
Neeraj Agarwal
काव्य में अलौकिकत्व
काव्य में अलौकिकत्व
कवि रमेशराज
💐अज्ञात के प्रति-37💐
💐अज्ञात के प्रति-37💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बीज और बच्चे
बीज और बच्चे
Manu Vashistha
2629.पूर्णिका
2629.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
#काव्य_कटाक्ष
#काव्य_कटाक्ष
*Author प्रणय प्रभात*
निभाना साथ प्रियतम रे (विधाता छन्द)
निभाना साथ प्रियतम रे (विधाता छन्द)
नाथ सोनांचली
दुमका संस्मरण 2 ( सिनेमा हॉल )
दुमका संस्मरण 2 ( सिनेमा हॉल )
DrLakshman Jha Parimal
"A Dance of Desires"
Manisha Manjari
Loading...