Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 May 2020 · 2 min read

ज्ञान दर्शन

उस दिन सवेरे में जब दूध लेने निकला, तो देखता हूं शराब की दुकान के आगे एक बड़ी लंबी लाइन लगी हुई है।
शराब की दुकान अभी खुली भी नहीं थी तो पता चला कल रात से ही यह लाइन लगी हुई है।
और ये सब महानुभाव अपनी तलब पूरी करने की खातिर अपनी नींद तक कुर्बान कर लाइन में लगे हुए हैं।
जबकि इनके बीवी बच्चे राशन का इंतजार करते भूखे पेट घर में बैठे हुए हैं।
इनके लिए बीबी बच्चो खातिर राशन व्यवस्था से ज्यादा शराब जरूरी है।
पूछा तो कहते हैं भूख से ज्यादा लगी तलब पूरी हो ये जरूरी है।
एक महाशय तो शराब के फायदे गिनाने लगे।
हर गम दूर हो जाते हैं दिल खुश हो जाता है।
ना भूख की चिंता , ना बीमारी की चिंता माहौल खुशनुमा बन जाता है।
दूसरे महोदय उनसे भी ज्यादा आगे निकले।
और अपना ज्ञान प्रस्तुत करने लगे।
दुनिया तो अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर से बाहरी संक्रमण से बचती है ।
पर शराब तो विषाणु को शरीर के अंदर ही मारकर सेनेटाइज कर बीमारी खत्म कर देती है।
मेरा शासन को सुझाव है कि कोरोना से बचने के लिए जनता को शराब पीना अनिवार्य कर देना चाहिए।
और इस बीमारी को शरीर में पनपने न देकर इसे जड़ से ख़त्म कर देना चाहिए।
और दवाइयों की खोज मे निवेश की जगह शराब में पैसा लगाकर शराब उत्पादन बढ़ाना चाहिए।
उनके ज्ञान दर्शन से अचंभित हुआ और सोचने लगा ।
जब इस प्रकार का ज्ञान जनसाधारण में प्रसारित होगा।
तो सब देशवासी शराबी होकर वो तांडव मचाएंगे।
कि एक न एक दिन देश का बंटाधार करके ही दम लेंगे।

Language: Hindi
9 Likes · 8 Comments · 349 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
एक अबोध बालक डॉ अरुण कुमार शास्त्री
एक अबोध बालक डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मैं अपनी खूबसूरत दुनिया में
मैं अपनी खूबसूरत दुनिया में
ruby kumari
जीवन का सफर
जीवन का सफर
Sidhartha Mishra
पीर पराई
पीर पराई
Satish Srijan
मेरे दिल के मन मंदिर में , आओ साईं बस जाओ मेरे साईं
मेरे दिल के मन मंदिर में , आओ साईं बस जाओ मेरे साईं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
धार में सम्माहित हूं
धार में सम्माहित हूं
AMRESH KUMAR VERMA
तुम मोहब्बत में
तुम मोहब्बत में
Dr fauzia Naseem shad
!! यह तो सर गद्दारी है !!
!! यह तो सर गद्दारी है !!
Chunnu Lal Gupta
जिंदगी
जिंदगी
Madhavi Srivastava
जहरीले धूप में (कविता )
जहरीले धूप में (कविता )
Ghanshyam Poddar
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
Rj Anand Prajapati
*श्रमिक मजदूर*
*श्रमिक मजदूर*
Shashi kala vyas
I want to tell you something–
I want to tell you something–
पूर्वार्थ
💐प्रेम कौतुक-296💐
💐प्रेम कौतुक-296💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हम रहें आजाद
हम रहें आजाद
surenderpal vaidya
दलदल
दलदल
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
*सदा सन्मार्ग के आखिर में, अनुपम हर्ष आता है 【मुक्तक】*
*सदा सन्मार्ग के आखिर में, अनुपम हर्ष आता है 【मुक्तक】*
Ravi Prakash
स्वर्ण दलों से पुष्प की,
स्वर्ण दलों से पुष्प की,
sushil sarna
अक्सर लोग सोचते हैं,
अक्सर लोग सोचते हैं,
करन ''केसरा''
घणो लागे मनैं प्यारो, सखी यो सासरो मारो
घणो लागे मनैं प्यारो, सखी यो सासरो मारो
gurudeenverma198
उल्लाला छंद विधान (चन्द्रमणि छन्द) सउदाहरण
उल्लाला छंद विधान (चन्द्रमणि छन्द) सउदाहरण
Subhash Singhai
सन् २०२३ में,जो घटनाएं पहली बार हुईं
सन् २०२३ में,जो घटनाएं पहली बार हुईं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अभी भी बहुत समय पड़ा है,
अभी भी बहुत समय पड़ा है,
शेखर सिंह
Being an ICSE aspirant
Being an ICSE aspirant
Sukoon
शुक्रिया कोरोना
शुक्रिया कोरोना
Dr. Pradeep Kumar Sharma
वह नही समझ पायेगा कि
वह नही समझ पायेगा कि
Dheerja Sharma
🙅पूर्वानुमान🙅
🙅पूर्वानुमान🙅
*Author प्रणय प्रभात*
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बाल चुभे तो पत्नी बरसेगी बन गोला/आकर्षण से मार कांच का दिल है भामा
बाल चुभे तो पत्नी बरसेगी बन गोला/आकर्षण से मार कांच का दिल है भामा
Pt. Brajesh Kumar Nayak
3146.*पूर्णिका*
3146.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...