Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Nov 2017 · 1 min read

ज्ञान गंगा में स्नान कर उत्सव मनाऐ,*

*जिसका मन है चंगा,
वे नहीं लेते पंगा,

वेदना और चेतना,
होती है एक अनुभूति,
.
दोनों एक आभास,
शरीर पीडित है,
चेतना मुक्त है,

आप के अन्दर क्या घट रहा है,
सिर्फ आप गवाह है,
बाहर का सब संसार,
बाहर सब आयोजन है,

फिर कौन कहे,
आप आबाद है के बरबाद,
ज्ञान-गंगा स्नान,
कार्तिक पूर्णिमा,
गुरु नानक जयंती पर
हार्दिक शुभकामनाएं,

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 386 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahender Singh
View all
You may also like:
परिंदे अपने बच्चों को, मगर उड़ना सिखाते हैं( हिंदी गजल)
परिंदे अपने बच्चों को, मगर उड़ना सिखाते हैं( हिंदी गजल)
Ravi Prakash
माँ
माँ
ओंकार मिश्र
दिखाओ लार मनैं मेळो, ओ मारा प्यारा बालम जी
दिखाओ लार मनैं मेळो, ओ मारा प्यारा बालम जी
gurudeenverma198
कुछ भी रहता नहीं है
कुछ भी रहता नहीं है
Dr fauzia Naseem shad
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हमारे प्यार का आलम,
हमारे प्यार का आलम,
Satish Srijan
बेचारा जमीर ( रूह की मौत )
बेचारा जमीर ( रूह की मौत )
ओनिका सेतिया 'अनु '
गाँव पर ग़ज़ल
गाँव पर ग़ज़ल
नाथ सोनांचली
सुबह की नींद सबको प्यारी होती है।
सुबह की नींद सबको प्यारी होती है।
Yogendra Chaturwedi
वो अजनबी झोंका
वो अजनबी झोंका
Shyam Sundar Subramanian
कुदरत मुझको रंग दे
कुदरत मुझको रंग दे
Gurdeep Saggu
2785. *पूर्णिका*
2785. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
यदि तुम करोड़पति बनने का ख्वाब देखते हो तो तुम्हे इसके लिए स
यदि तुम करोड़पति बनने का ख्वाब देखते हो तो तुम्हे इसके लिए स
Rj Anand Prajapati
"मेरे तो प्रभु श्रीराम पधारें"
राकेश चौरसिया
राजयोग आलस्य का,
राजयोग आलस्य का,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
अंतिम पड़ाव
अंतिम पड़ाव
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
माँ
माँ
Arvina
वफ़ाओं का सिला कोई नहीं
वफ़ाओं का सिला कोई नहीं
अरशद रसूल बदायूंनी
कुदरत है बड़ी कारसाज
कुदरत है बड़ी कारसाज
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पिता
पिता
विजय कुमार अग्रवाल
जन मन में हो उत्कट चाह
जन मन में हो उत्कट चाह
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
होली के कुण्डलिया
होली के कुण्डलिया
Vijay kumar Pandey
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*Author प्रणय प्रभात*
भय, भाग्य और भरोसा (राहुल सांकृत्यायन के संग) / MUSAFIR BAITHA
भय, भाग्य और भरोसा (राहुल सांकृत्यायन के संग) / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
तेरे इश्क़ में
तेरे इश्क़ में
Gouri tiwari
!! ख़ुद को खूब निरेख !!
!! ख़ुद को खूब निरेख !!
Chunnu Lal Gupta
प्रेम
प्रेम
Ranjana Verma
तुम जो कहते हो प्यार लिखूं मैं,
तुम जो कहते हो प्यार लिखूं मैं,
Manoj Mahato
"दुविधा"
Dr. Kishan tandon kranti
तितली
तितली
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...