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2 Feb 2017 · 1 min read

जो वादा किया

तिलक माथे जनता सजाते नहीं है l
जो वादा किया वो निभाते नहीं हैं ll

भले इनसे तो हैं कसाई के बेटे l
झूठा प्यार कोई जताते नहीं है ll

कहो आज कह दें ए महले दुमहले l
बीता साल पाच ए आते नहीं है ll

ए सोनू के अब्बा वो मोती कि नानी l
सही बात तो ए बताते नहीं है ll

“सलिल” इनसे कह दो न आए दुबारा l
अगन हम दिलों की दबाते नहीं है ll

संजय सिंह “सलिल”
प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेशl

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