Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2017 · 1 min read

जुल्म की इन्तहा

“ जुल्म की इन्तहा ” करके “ जहाँ ” में वो वफ़ा की उम्मीद करते ,
खुशियाँ छीनकर “जग के मालिक” से खुशियों की उम्मीद करते I

प्यार के गुलशन में “गुनाह” करके वो जरा भी “उफ” नहीं करते ,
हम अगर “उफ” भी करते हैं , तो उसे वो “गुनाह” का नाम देते ,
गुलशन में आग लगाकर “ प्यार के फूलों ” की उम्मीद करते ,
इंसानियत को तार-2 करके जग में अच्छाइयों की उम्मीद करते ,

“ जुल्म की इन्तहा ” “जहाँ ” में करके वो वफ़ा की उम्मीद करते ,
खुशियाँ छीनकर “जग के मालिक” से खुशियों की उम्मीद करते I

बहन-बेटियों की आबरू से खेलकर तुझे क्या मिलेगा ?
नफरत की दीवाल से घरोंदा सजाकर तुझे क्या मिलेगा ?
“भारत के आँगन ” में कांटे बिछाकर तुझे क्या मिलेगा ?
जीवन के खाते में गुनाहों को बढ़ाकर तुझे क्या मिलेगा ?

“ जुल्म की इन्तहा ” “जहाँ ” में करके वो वफ़ा की उम्मीद करते ,
खुशियाँ छीनकर “जग के मालिक” से खुशियों की उम्मीद करते I

“समझ –ए नादान इंसान” जग में फिर दुबारा मौका न मिलेगा ,
“ प्यार के फूल ” खिला दे जग में फिर दुबारा मौका न मिलेगा ,
“इंसानियत का दीपक” जला दे जग में फिर दुबारा मौका न मिलेगा ,
“राज” डर उस “जग के रखवाले ” से फिर दुबारा मौका न मिलेगा ,

“ जुल्म की इन्तहा ” “जहाँ ” में करके वो वफ़ा की उम्मीद करते ,
खुशियाँ छीनकर “जग के मालिक” से खुशियों की उम्मीद करते I

देशराज “राज”
कानपुर

1 Like · 2 Comments · 2308 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैं स्वयं हूं..👇
मैं स्वयं हूं..👇
Shubham Pandey (S P)
समंदर में नदी की तरह ये मिलने नहीं जाता
समंदर में नदी की तरह ये मिलने नहीं जाता
Johnny Ahmed 'क़ैस'
Dating Affirmations:
Dating Affirmations:
पूर्वार्थ
सूरज नहीं थकता है
सूरज नहीं थकता है
Ghanshyam Poddar
Jo milta hai
Jo milta hai
Sakshi Tripathi
इंसान बनने के लिए
इंसान बनने के लिए
Mamta Singh Devaa
क्यों बनना गांधारी?
क्यों बनना गांधारी?
Dr. Kishan tandon kranti
अब बहुत हुआ बनवास छोड़कर घर आ जाओ बनवासी।
अब बहुत हुआ बनवास छोड़कर घर आ जाओ बनवासी।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
बच्चे पैदा करना बड़ी बात नही है
बच्चे पैदा करना बड़ी बात नही है
Rituraj shivem verma
मुरली कि धुन
मुरली कि धुन
Anil chobisa
■ होली का हुल्लड़...
■ होली का हुल्लड़...
*Author प्रणय प्रभात*
*मकान (बाल कविता)*
*मकान (बाल कविता)*
Ravi Prakash
जब मैं मर जाऊं तो कफ़न के जगह किताबों में लपेट देना
जब मैं मर जाऊं तो कफ़न के जगह किताबों में लपेट देना
Keshav kishor Kumar
ईद आ गई है
ईद आ गई है
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
दुनिया इश्क की दरिया में बह गई
दुनिया इश्क की दरिया में बह गई
प्रेमदास वसु सुरेखा
शान्त हृदय से खींचिए,
शान्त हृदय से खींचिए,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मर्दों वाला काम
मर्दों वाला काम
Dr. Pradeep Kumar Sharma
क्या सीत्कार से पैदा हुए चीत्कार का नाम हिंदीग़ज़ल है?
क्या सीत्कार से पैदा हुए चीत्कार का नाम हिंदीग़ज़ल है?
कवि रमेशराज
सफर
सफर
Arti Bhadauria
देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा
Mukesh Kumar Sonkar
चुनाव चालीसा
चुनाव चालीसा
विजय कुमार अग्रवाल
मेरा दिन भी आएगा !
मेरा दिन भी आएगा !
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
*
*"माँ महागौरी"*
Shashi kala vyas
तुम से ना हो पायेगा
तुम से ना हो पायेगा
Gaurav Sharma
गांधी के साथ हैं हम लोग
गांधी के साथ हैं हम लोग
Shekhar Chandra Mitra
मुस्कान है
मुस्कान है
Dr. Sunita Singh
श्री गणेशा
श्री गणेशा
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
कौन जिम्मेदार इन दीवार के दरारों का,
कौन जिम्मेदार इन दीवार के दरारों का,
कवि दीपक बवेजा
#चाह_वैभव_लिए_नित्य_चलता_रहा_रोष_बढ़ता_गया_और_मैं_ना_रहा।।
#चाह_वैभव_लिए_नित्य_चलता_रहा_रोष_बढ़ता_गया_और_मैं_ना_रहा।।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
मिमियाने की आवाज
मिमियाने की आवाज
Dr Nisha nandini Bhartiya
Loading...