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19 May 2021 · 1 min read

जीवन

जीवन
=====
जड़ और अंत तक जीवन है,
इस बीच मृत्यु ही जीवन है ।

जीवन नाम हैं,
सदैव आगे बढने की लगन है ।।

जीवन फूल है,
प्रेम करुणा से मधु बाटना हैं ।

मनुष्य जीवन लेने के लिए,
बल्कि देने के भाव जगाना हैं ।।

मनुष्य जीवन को व्यर्थ ना करना ,
शीघ्र ही मरन पाना हैं ।

जीवन में कठिन परिश्रम की शिक्षा लेना,
सरल जीवन की पशिक्षा ना लेना ।।

जीवन नम्रता का पाठ है,
जीवन में विवेकशीलता रहना हैं ।

स्वाभिमान, आत्मज्ञान और आत्मसंयम,
आत्मसात कर आलौकिक शक्ति पाना हैं ।।

जीवन सतत विकासशील है,
स्थिर रहना नही ।

जो एक जगह रहता उसे भी मौका हैं ,
लेकिन ज्यादा देर कट जाता हैं ।।

दूसरों को अंधकार से निकालता ,
उसका जीवन प्रकाशमान है ।

यशपूर्ण जीवन सदैव ध्रुवमान हैं ।।

मनुष्य जीवन में मृत्यु किस प्रकार हुयी,
कोई महत्व नही ।

महत्त्व की बात हैं,
वह जीवित किस प्रकार रहता हैं ।

गतीशील, छायामात्र व संकीर्ण मार्ग जीवन में,
हमेशा कर्म करते रहना हैं ।।
*****
Raju Gajbhiye
@ Copyright

राजू गजभिये
लेखक एवं मार्गदर्शन
दर्शना मार्गदर्शन केंद्र
हिंदी साहित्य सम्मेलन
बदनावर जिला धार
पिन – 454660 मध्यप्रदेश
मोबाइल – 6263379305

Language: Hindi
579 Views
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