Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2020 · 1 min read

जीवन में सफलता

सफलता

होती नहीं सफलता
मोहताज किसी की
मेहनत लगन और
ईमानदारी से मिलती है
सफलता

रहते जो भाग्य भरोसे
असफलता ही उनको
भाग्य परोसे

लेते टक्कर
जो तूफान में
हिम्मत से
पाते वो ही
सफलता
जीवन में

आशीर्वाद
बुजुर्गो का
देता है
संबल
प्रोत्साहित
करता है
आगे बढने को
उत्साहित
करता है
संघर्षरत रहने को
है यही राह
सफलता पाने की

स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल

Language: Hindi
213 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अनपढ़ व्यक्ति से ज़्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति जातिवाद करता है आ
अनपढ़ व्यक्ति से ज़्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति जातिवाद करता है आ
Anand Kumar
ज़रूरत
ज़रूरत
सतीश तिवारी 'सरस'
कह पाना मुश्किल बहुत, बातें कही हमें।
कह पाना मुश्किल बहुत, बातें कही हमें।
surenderpal vaidya
"अमृत और विष"
Dr. Kishan tandon kranti
फूल खिले हैं डाली-डाली,
फूल खिले हैं डाली-डाली,
Vedha Singh
किसी पत्थर पर इल्जाम क्यों लगाया जाता है
किसी पत्थर पर इल्जाम क्यों लगाया जाता है
कवि दीपक बवेजा
आँगन में एक पेड़ चाँदनी....!
आँगन में एक पेड़ चाँदनी....!
singh kunwar sarvendra vikram
रमेशराज की 3 तेवरियाँ
रमेशराज की 3 तेवरियाँ
कवि रमेशराज
सफलता
सफलता
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बुद्धिमान बनो
बुद्धिमान बनो
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
उसकी वो बातें बेहद याद आती है
उसकी वो बातें बेहद याद आती है
Rekha khichi
दोहा-
दोहा-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मैं वो चीज़ हूं जो इश्क़ में मर जाऊंगी।
मैं वो चीज़ हूं जो इश्क़ में मर जाऊंगी।
Phool gufran
प्रायश्चित
प्रायश्चित
Shyam Sundar Subramanian
****मैं इक निर्झरिणी****
****मैं इक निर्झरिणी****
Kavita Chouhan
जिंदगी बस एक सोच है।
जिंदगी बस एक सोच है।
Neeraj Agarwal
फ़ब्तियां
फ़ब्तियां
Shivkumar Bilagrami
*राजा राम सिंह : रामपुर और मुरादाबाद के पितामह*
*राजा राम सिंह : रामपुर और मुरादाबाद के पितामह*
Ravi Prakash
💐अज्ञात के प्रति-112💐
💐अज्ञात के प्रति-112💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
चरित्र राम है
चरित्र राम है
Sanjay ' शून्य'
2469.पूर्णिका
2469.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
#लघुकथा
#लघुकथा
*Author प्रणय प्रभात*
आज कल लोगों के दिल
आज कल लोगों के दिल
Satish Srijan
*जब हो जाता है प्यार किसी से*
*जब हो जाता है प्यार किसी से*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मन को आनंदित करे,
मन को आनंदित करे,
Rashmi Sanjay
क़ीमत नहीं होती
क़ीमत नहीं होती
Dr fauzia Naseem shad
वो कालेज वाले दिन
वो कालेज वाले दिन
Akash Yadav
"मेरे हमसफर"
Ekta chitrangini
दीप जलाकर अंतर्मन का, दीपावली मनाओ तुम।
दीप जलाकर अंतर्मन का, दीपावली मनाओ तुम।
आर.एस. 'प्रीतम'
तुम बदल जाओगी।
तुम बदल जाओगी।
Rj Anand Prajapati
Loading...