Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Nov 2018 · 1 min read

जीवन के बहते सागर में

जीवन के बहते सागर में ,
करुणा लहर बहती है ।
ये कल-कल की ध्वनि देखों ,
कुछ विस्मृत बातें कहती है ।।

फुलों की फुलवारी में ,
एक भरम्र गीत सुनाए ।
उमड़-उमड़ कर ये मनवा ,
साजन से प्रीत लगाए ।।

आकाश की मोहक क्रीड़ा ,
कम करें हृदय की जलन को ।
धरा स्वागत करने आई ,
प्रियतम तेरे मेरे मिलन को ।।

कोहतुल से गहन भवर में ,
हिमकर से किरणें आती हैं ।
नव कुसुम कुंज सी छाया ,
मन्त्र मुग्ध कर जाती हैं ।।

निर्झर झरनों की मधुर छवि ,
अकिंचन ही इठलाए ।
मुस्काए यौवन रसीला ,
हृदय मृदल हिलोरें खाए ।।

बिलखाती प्रतिध्वनि मेरी ,
इस व्यथित व्योम आँगन में ।
क्या व्यर्थ स्वास् भरती हैं ?
मुझ सुप्त पड़े मानव में ।।

प्रतिभा से भरपूर नयन ये ,
जब भी स्वप्न सजाए ।
झर झर मेघा बरसे ,
मन वीणा तान बजाए ।।

पावन प्रणय सी पगली सुमन ,
जब उज्जवल रस टपकाती ।
मौन मुख पर घूँघट डाले ,
फिर मन ही मन मुस्काती ।।

चलो चले स्वर्ग रूपी नैय्या में ,
प्रखर सत्य से मिल आएँ ।
जीवन की गोधूलि में ,
न व्यर्थ समय गवाएँ ।।

कहत ‘पूनम’ है जीत इसी में,
ना मिथ्या प्रीत लगाना ।
लग जाए ये बात किसी को,
बन भरम्र प्रीत राग सुनना ।।

— पूनम पांचाल —

Language: Hindi
1 Like · 300 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कभी हमको भी याद कर लिया करो
कभी हमको भी याद कर लिया करो
gurudeenverma198
श्रीमद्भगवद्‌गीता का सार
श्रीमद्भगवद्‌गीता का सार
Jyoti Khari
वो परिंदा, है कर रहा देखो
वो परिंदा, है कर रहा देखो
Shweta Soni
मै ज़िन्दगी के उस दौर से गुज़र रहा हूँ जहाँ मेरे हालात और मै
मै ज़िन्दगी के उस दौर से गुज़र रहा हूँ जहाँ मेरे हालात और मै
पूर्वार्थ
Tujhe pane ki jung me khud ko fana kr diya,
Tujhe pane ki jung me khud ko fana kr diya,
Sakshi Tripathi
विष का कलश लिये धन्वन्तरि
विष का कलश लिये धन्वन्तरि
कवि रमेशराज
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आंधियां* / PUSHPA KUMARI
आंधियां* / PUSHPA KUMARI
Dr MusafiR BaithA
वो तेरा है ना तेरा था (सत्य की खोज)
वो तेरा है ना तेरा था (सत्य की खोज)
VINOD CHAUHAN
"सच्चाई की ओर"
Dr. Kishan tandon kranti
सरकारी नौकरी
सरकारी नौकरी
कवि दीपक बवेजा
हवस
हवस
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दिल तुम्हारा जो कहे, वैसा करो
दिल तुम्हारा जो कहे, वैसा करो
अरशद रसूल बदायूंनी
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
अभी भी बहुत समय पड़ा है,
अभी भी बहुत समय पड़ा है,
शेखर सिंह
देशभक्ति पर दोहे
देशभक्ति पर दोहे
Dr Archana Gupta
बारिश का मौसम
बारिश का मौसम
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
हेेे जो मेरे पास
हेेे जो मेरे पास
Swami Ganganiya
नियति
नियति
Shyam Sundar Subramanian
खूबियाँ और खामियाँ सभी में होती हैं, पर अगर किसी को आपकी खूब
खूबियाँ और खामियाँ सभी में होती हैं, पर अगर किसी को आपकी खूब
Manisha Manjari
मारा जाता सर्वदा, जिसका दुष्ट स्वभाव (कुंडलिया)*
मारा जाता सर्वदा, जिसका दुष्ट स्वभाव (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दोस्त का प्यार जैसे माँ की ममता
दोस्त का प्यार जैसे माँ की ममता
प्रदीप कुमार गुप्ता
****भाई दूज****
****भाई दूज****
Kavita Chouhan
नफ़रत के सौदागर
नफ़रत के सौदागर
Shekhar Chandra Mitra
2705.*पूर्णिका*
2705.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ये तो मुहब्बत में
ये तो मुहब्बत में
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
■सत्ता के लिए■
■सत्ता के लिए■
*Author प्रणय प्रभात*
निजी कॉलेज/ विश्वविद्यालय
निजी कॉलेज/ विश्वविद्यालय
Sanjay ' शून्य'
जब ख्वाब भी दर्द देने लगे
जब ख्वाब भी दर्द देने लगे
Pramila sultan
दुनिया में लोग अब कुछ अच्छा नहीं करते
दुनिया में लोग अब कुछ अच्छा नहीं करते
shabina. Naaz
Loading...