Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 May 2018 · 1 min read

जीवन की सच्चाईयां -आर के रस्तोगी

प्यार के पत्ते जब झड़ जाते है,पतझड़ आ जाता है जीवन में
शरीर के अंग जब थक जाते है,बुढ़ापा आ जाता है जीवन में

ह्रदय तोड़ दे जब कोई तुम्हारा,नीरसता आ जाती है जीवन में
पास न हो जब प्रियतम तुम्हारा,विरहता आ जाती है जीवन में

मिलन हो जाये जब दो दिलो का,खुशियां आ जाती है जीवन में
अपना ही जब कोई धोखा दे जाये,ग्लानि आ जाती है जीवन में

अपने ही जब तिरस्कार करे तुम्हारा,निराशा आ जाती है जीवन में
मन जब मिल जाये किसी से तुम्हारा,आशा आ जाती है जीवन में

राम का नाम जब जपने लगो तुम,भक्ति आ जाती है जीवन में
देने लगे जब कोई सहारा तुमको,शक्ति आ जाती है जीवन में

इच्छाये जब पूरी हो जाये तुम्हारी,विरक्ती आ जाती है जीवन में
उन्नति के पथ पर जब बढने लगो,जाग्रति आ जाती है जीवन में

मन का मीत का मिल जाये तुमको,खुशिया आ जाती है जीवन में
मन का मीत जब बिछड़ जाये तुमसे,सब बदल जाता है जीवन में

संतोष धन जब मिल जाये तुमको,शान्ति आ जाती है जीवन में
अन्याय करे जब कोई साथ तुम्हारे,क्रान्ति आ जाती है जीवन में

आर के रस्तोगी
मो 9971006425

294 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all
You may also like:
ए जिंदगी तू सहज या दुर्गम कविता
ए जिंदगी तू सहज या दुर्गम कविता
Shyam Pandey
*कभी मिटा नहीं पाओगे गाँधी के सम्मान को*
*कभी मिटा नहीं पाओगे गाँधी के सम्मान को*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"कंचे का खेल"
Dr. Kishan tandon kranti
कमीजें
कमीजें
Madhavi Srivastava
*धन्यवाद*
*धन्यवाद*
Shashi kala vyas
हमें सूरज की तरह चमकना है, सब लोगों के दिलों में रहना है,
हमें सूरज की तरह चमकना है, सब लोगों के दिलों में रहना है,
DrLakshman Jha Parimal
विकटता और मित्रता
विकटता और मित्रता
Astuti Kumari
23/97.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/97.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तारीफ किसकी करूं
तारीफ किसकी करूं
कवि दीपक बवेजा
" सुर्ख़ गुलाब "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
💐प्रेम कौतुक-397💐
💐प्रेम कौतुक-397💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आम जन को 80 दिनों का
आम जन को 80 दिनों का "प्रतिबंध-काल" मुबारक हो।
*Author प्रणय प्रभात*
थोड़ा विश्राम चाहता हू,
थोड़ा विश्राम चाहता हू,
Umender kumar
गुजर जाती है उम्र, उम्र रिश्ते बनाने में
गुजर जाती है उम्र, उम्र रिश्ते बनाने में
Ram Krishan Rastogi
यूं ही नहीं कहलाते, चिकित्सक/भगवान!
यूं ही नहीं कहलाते, चिकित्सक/भगवान!
Manu Vashistha
उन्नति का जन्मदिन
उन्नति का जन्मदिन
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
बुलंद हौंसले
बुलंद हौंसले
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
# होड़
# होड़
Dheerja Sharma
सुबह – सुबह की भीनी खुशबू
सुबह – सुबह की भीनी खुशबू
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मनांतर🙏
मनांतर🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
तमगा
तमगा
Bodhisatva kastooriya
अच्छाई बाहर नहीं अन्दर ढूंढो, सुन्दरता कपड़ों में नहीं व्यवह
अच्छाई बाहर नहीं अन्दर ढूंढो, सुन्दरता कपड़ों में नहीं व्यवह
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
नया भारत
नया भारत
दुष्यन्त 'बाबा'
खूबसूरत है किसी की कहानी का मुख्य किरदार होना
खूबसूरत है किसी की कहानी का मुख्य किरदार होना
पूर्वार्थ
** फितरत **
** फितरत **
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
*बुरे फँसे सहायता लेकर 【हास्य व्यंग्य】*
*बुरे फँसे सहायता लेकर 【हास्य व्यंग्य】*
Ravi Prakash
21वीं सदी के सपने (पुरस्कृत निबंध) / मुसाफिर बैठा
21वीं सदी के सपने (पुरस्कृत निबंध) / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
समझौता
समझौता
Dr.Priya Soni Khare
मूल्य मंत्र
मूल्य मंत्र
ओंकार मिश्र
Loading...