!!!प्रेम प्यार से जीना जरूर है!!!
तेरे मेरे प्यार के किस्से, प्रियतम कितने मशहूर है ।
रिश्तो ने शोहरत है पाई, फैली चर्चा दूर-दूर है।
जी रहे है जगत में हम तो, जीना चाहिए ऐसा सबको।
सामंजस्य आपस में जरूर है।।
शिकवा शिकायत करते नहीं हैं, दुर्भाव हम भरते नहीं हैं।
मानते हम दोनों की जरूर है।।
तुम मेरी हर बात को सुनती , सुनता मैं भी तुम्हारी हूं।
आनंद जीवन का लेते भरपूर हैं।।
जो भी आता पास हमारे, लेकर अपने किस्से सारे।
करते समस्याएं सदा उनकी दूर हैं।।
जीवन का संदेश यही है ,अपना तो उपदेश यही है।
“अनुनय” प्रेम प्यार से जीना जरूर है।।
**राजेश व्यास अनुनय**