जिल्लत की जिन्दगी का हिस्सा हो गए हैं वो
१.
जिल्लत की जिन्दगी का हिस्सा हो गए हैं वो
जिन्होंने अपने गुरूर को अपनी जिन्दगी का मकसद समझा
जन्नत उनको नसीब हुई उनको ऐ मेरे खुदा
जिन्होंने तेरी इबादत को अपना ईमान समझा
२.
अंजाम की परवाह नहीं उनको, जिन्होंने खुदाई को अपना ईमान समझा
राह पर चले इंसानियत की, खुदा को अपना रहबर समझा
उन्हें अपनी कोशिशों पर कभी नहीं हुआ मलाल
जिन्होंने उस खुदा की इबादत को अपना ईमान समझा