जियारत कराना मुझको भी
1.
जियारत कराना मुझको भी
ऐ मेरे खुदा
कुछ तो सिला दे मुझको
मेरी बंदगी का ऐ मेरे खुदा
2.
जुस्तज़ू में भटक रहा हूँ तेरी
ऐ मेरे खुदा
कुछ ऐसा करम कर
मंजिल नसीब हो मुझको
1.
जियारत कराना मुझको भी
ऐ मेरे खुदा
कुछ तो सिला दे मुझको
मेरी बंदगी का ऐ मेरे खुदा
2.
जुस्तज़ू में भटक रहा हूँ तेरी
ऐ मेरे खुदा
कुछ ऐसा करम कर
मंजिल नसीब हो मुझको