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20 Nov 2018 · 1 min read

जिन्दगी

छोड़ दे ए जिंदगी,
तेरे नापाक इरादे।
क्यो कांच सी चुभती है तु,
मखमली ख्वाबों में।।

“” पूजा की कलम से “” ✒

Language: Hindi
10 Likes · 10 Comments · 437 Views
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