Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Mar 2017 · 1 min read

जिंदगी

जिंदगी धूप भी हैं,
जिंदगी छावं भी हैं,
खुशियों का मेला हैं,
कभी विदाई की बेला हैं,

बहुत यहाँ रस्मे हैं,
बहुत यहाँ कसमे हैं,
कोई नहीं यहाँ कम हैं,
सब पर भारी गम हैं,

व्याकुल करती हिचकियां हैं,
अब सुनाई देती सिसकियां हैं,
कभी चलती खुशी की लहर हैं
कभी दुःखो का टूटता कहर हैं,

यही जिंदगी हैं,
यही सादगी हैं,
।।जेपीएल।।।

Language: Hindi
257 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from जगदीश लववंशी
View all
You may also like:
तुमने मुझे दिमाग़ से समझने की कोशिश की
तुमने मुझे दिमाग़ से समझने की कोशिश की
Rashmi Ranjan
ना होगी खता ऐसी फिर
ना होगी खता ऐसी फिर
gurudeenverma198
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
प्यार के सिलसिले
प्यार के सिलसिले
Basant Bhagawan Roy
“ज़िंदगी अगर किताब होती”
“ज़िंदगी अगर किताब होती”
पंकज कुमार कर्ण
ओ परबत  के मूल निवासी
ओ परबत के मूल निवासी
AJAY AMITABH SUMAN
विष का कलश लिये धन्वन्तरि
विष का कलश लिये धन्वन्तरि
कवि रमेशराज
तुंग द्रुम एक चारु🥀🌷🌻🌿
तुंग द्रुम एक चारु🥀🌷🌻🌿
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
23/23.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/23.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गांव की याद
गांव की याद
Punam Pande
फौजी की पत्नी
फौजी की पत्नी
लक्ष्मी सिंह
प्रेम 💌💌💕♥️
प्रेम 💌💌💕♥️
डॉ० रोहित कौशिक
देह से देह का मिलन दो को एक नहीं बनाता है
देह से देह का मिलन दो को एक नहीं बनाता है
Pramila sultan
मत पूछो मेरा कारोबार क्या है,
मत पूछो मेरा कारोबार क्या है,
Vishal babu (vishu)
यायावर
यायावर
Satish Srijan
माईया पधारो घर द्वारे
माईया पधारो घर द्वारे
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सपनो का सफर संघर्ष लाता है तभी सफलता का आनंद देता है।
सपनो का सफर संघर्ष लाता है तभी सफलता का आनंद देता है।
पूर्वार्थ
बड़ी कालोनियों में, द्वार पर बैठा सिपाही है (हिंदी गजल/ गीति
बड़ी कालोनियों में, द्वार पर बैठा सिपाही है (हिंदी गजल/ गीति
Ravi Prakash
प्रेम की डोर सदैव नैतिकता की डोर से बंधती है और नैतिकता सत्क
प्रेम की डोर सदैव नैतिकता की डोर से बंधती है और नैतिकता सत्क
Sanjay ' शून्य'
Even if you stand
Even if you stand
Dhriti Mishra
बँटवारे का दर्द
बँटवारे का दर्द
मनोज कर्ण
प्रश्न - दीपक नीलपदम्
प्रश्न - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
तुम्हारी कहानी
तुम्हारी कहानी
PRATIK JANGID
गुज़िश्ता साल
गुज़िश्ता साल
Dr.Wasif Quazi
मातृभाषा हिन्दी
मातृभाषा हिन्दी
ऋचा पाठक पंत
आँख खुलते ही हमे उसकी सख़्त ज़रूरत होती है
आँख खुलते ही हमे उसकी सख़्त ज़रूरत होती है
KAJAL NAGAR
मित्रता
मित्रता
Shashi kala vyas
Pahado ke chadar se lipti hai meri muhabbat
Pahado ke chadar se lipti hai meri muhabbat
Sakshi Tripathi
"वाह रे जमाना"
Dr. Kishan tandon kranti
मोहब्बत जताई गई, इश्क फरमाया गया
मोहब्बत जताई गई, इश्क फरमाया गया
Kumar lalit
Loading...