Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Oct 2018 · 1 min read

जिंदगी का सार

प्यार का अर्थ बहुत व्यापक होता है ।जीवन का सार सिमटा हुआ है इस ढाई शब्द में ।

किसी के लिए प्यार सिर्फ काम है ,
तो किसी के लिए खेल ##
किसी के लिए जाम है
तो किसी के लिए जेल ।
जी सका जो जिंदगी औरों के लिए
क्या कभी मिल पाई उसे खुशी जीने के लिए ।
गुजार कर तमाम उम्र भी जो
किसी का हो न सका
उस बेबफा के लिए प्यार
मंजिल तक पहुंचने का जरिया ही रहा ।
रफू करता रहा उदासियों को ,
मुस्कराहट की खोखली मशीन से ,
बेबजह जिंदगी से जो गलती
खुद की ढूंढ न सका ।
आरती वो दीप की ,
बुझा सकी कब मन के अंधेरा ,
प्यार की लौ जहां अंधेरों को भी
सुराग दे ना सकी ।
प्यार सिर्फ एक तलाश है
संसार के गहरे कूप में ,
जिंदगी ही जब किसी को
जिंदगी दे ना सकी ।
वर्षा वार्ष्णेय अलीगढ़

Language: Hindi
393 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कुछ यथार्थ कुछ कल्पना कुछ अरूप कुछ रूप।
कुछ यथार्थ कुछ कल्पना कुछ अरूप कुछ रूप।
Mahendra Narayan
मुर्गासन,
मुर्गासन,
Satish Srijan
सार छंद / छन्न पकैया गीत
सार छंद / छन्न पकैया गीत
Subhash Singhai
अच्छा लगता है
अच्छा लगता है
Pratibha Pandey
दीवार
दीवार
अखिलेश 'अखिल'
"चैन से इस दौर में बस वो जिए।
*Author प्रणय प्रभात*
2998.*पूर्णिका*
2998.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अजीब सूरते होती है
अजीब सूरते होती है
Surinder blackpen
दर्द
दर्द
SHAMA PARVEEN
आजावो माँ घर,लौटकर तुम
आजावो माँ घर,लौटकर तुम
gurudeenverma198
जो गए छोड़कर तुमको गोया
जो गए छोड़कर तुमको गोया
Ranjana Verma
यह रात कट जाए
यह रात कट जाए
Shivkumar Bilagrami
नींद आती है......
नींद आती है......
Kavita Chouhan
महादेव ने समुद्र मंथन में निकले विष
महादेव ने समुद्र मंथन में निकले विष
Dr.Rashmi Mishra
जख्म भी रूठ गया है अबतो
जख्म भी रूठ गया है अबतो
सिद्धार्थ गोरखपुरी
बंद करो अब दिवसीय काम।
बंद करो अब दिवसीय काम।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
जुदाई की शाम
जुदाई की शाम
Shekhar Chandra Mitra
आप जब खुद को
आप जब खुद को
Dr fauzia Naseem shad
💐मैं हूँ तुम्हारी मन्नतों में💐
💐मैं हूँ तुम्हारी मन्नतों में💐
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मिलन की वेला
मिलन की वेला
Dr.Pratibha Prakash
यदि तुमने किसी लड़की से कहीं ज्यादा अपने लक्ष्य से प्यार किय
यदि तुमने किसी लड़की से कहीं ज्यादा अपने लक्ष्य से प्यार किय
Rj Anand Prajapati
आत्मीयकरण-2 +रमेशराज
आत्मीयकरण-2 +रमेशराज
कवि रमेशराज
💐प्रेम कौतुक-464💐
💐प्रेम कौतुक-464💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
⚘️महाशिवरात्रि मेरे लेख🌿
⚘️महाशिवरात्रि मेरे लेख🌿
Ms.Ankit Halke jha
मेरा मन उड़ चला पंख लगा के बादलों के
मेरा मन उड़ चला पंख लगा के बादलों के
shabina. Naaz
घमंड
घमंड
Ranjeet kumar patre
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
श्रेष्ठता
श्रेष्ठता
Paras Nath Jha
मस्ती हो मौसम में तो,पिचकारी अच्छी लगती है (हिंदी गजल/गीतिका
मस्ती हो मौसम में तो,पिचकारी अच्छी लगती है (हिंदी गजल/गीतिका
Ravi Prakash
रामलला के विग्रह की जब, भव में प्राण प्रतिष्ठा होगी।
रामलला के विग्रह की जब, भव में प्राण प्रतिष्ठा होगी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...