Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jun 2020 · 1 min read

जिंदगी का सफर

******ज़िंदगी का सफर******
*************************

ये जिन्दगी का सफर सुहाना है
हर शख़्स जीने का दीवाना है

चाय पर बुलाने का बहाना है
पीलाने के बहाने मनाना है

ज़िंदगानी ज़िंदादिली का नाम है
बुरे लम्हों को तुम्हें भूल जाना है

जीवन मिलता ना कभी दुबारा है
खुदा का दिया सुन्दर नजराना है

खुश रहिए,खुशी से मिलते रहिए
आख़िरकार सभी ने मर जाना है

भूल से भी बुरा कभी मत सोचिए
प्रेम समर्पण का मंत्र पुराना है

प्यार बांटने से प्यार बढ़ता सदा
प्रीत रीत को दिलों से निभाना है

फूलों सा कोमल हयात सुखविंद्र
काँटों से सदा रहते बचाना है
*************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

1 Like · 2 Comments · 371 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कि लड़का अब मैं वो नहीं
कि लड़का अब मैं वो नहीं
The_dk_poetry
किस बात का गुरुर हैं,जनाब
किस बात का गुरुर हैं,जनाब
शेखर सिंह
" अब मिलने की कोई आस न रही "
Aarti sirsat
खामोशी से तुझे आज भी चाहना
खामोशी से तुझे आज भी चाहना
Dr. Mulla Adam Ali
प्रकाश एवं तिमिर
प्रकाश एवं तिमिर
Pt. Brajesh Kumar Nayak
हम बिहार छी।
हम बिहार छी।
Acharya Rama Nand Mandal
सियासत कमतर नहीं शतरंज के खेल से ,
सियासत कमतर नहीं शतरंज के खेल से ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
बेचैन हम हो रहे
बेचैन हम हो रहे
Basant Bhagawan Roy
Maine apne samaj me aurto ko tutate dekha hai,
Maine apne samaj me aurto ko tutate dekha hai,
Sakshi Tripathi
पन्द्रह अगस्त का दिन कहता आजादी अभी अधूरी है ।।
पन्द्रह अगस्त का दिन कहता आजादी अभी अधूरी है ।।
Kailash singh
😊😊
😊😊
*Author प्रणय प्रभात*
जै जै जग जननी
जै जै जग जननी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
उफ़,
उफ़,
Vishal babu (vishu)
तो अब यह सोचा है मैंने
तो अब यह सोचा है मैंने
gurudeenverma198
2572.पूर्णिका
2572.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
नादान प्रेम
नादान प्रेम
Anil "Aadarsh"
पति मेरा मेरी जिंदगी का हमसफ़र है
पति मेरा मेरी जिंदगी का हमसफ़र है
VINOD CHAUHAN
हाइकु (#हिन्दी)
हाइकु (#हिन्दी)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
बाल शिक्षा कविता पाठ / POET : वीरचन्द्र दास बहलोलपुरी
बाल शिक्षा कविता पाठ / POET : वीरचन्द्र दास बहलोलपुरी
Dr MusafiR BaithA
आखों में नमी की कमी नहीं
आखों में नमी की कमी नहीं
goutam shaw
"सबक"
Dr. Kishan tandon kranti
,,
,,
Sonit Parjapati
मायापुर यात्रा की झलक
मायापुर यात्रा की झलक
Pooja Singh
💐प्रेम कौतुक-516💐
💐प्रेम कौतुक-516💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
धाराओं में वक़्त की, वक़्त भी बहता जाएगा।
धाराओं में वक़्त की, वक़्त भी बहता जाएगा।
Manisha Manjari
पिया घर बरखा
पिया घर बरखा
Kanchan Khanna
अधीर मन
अधीर मन
manisha
कुदरत है बड़ी कारसाज
कुदरत है बड़ी कारसाज
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
धोखा
धोखा
Paras Nath Jha
*माँ : 7 दोहे*
*माँ : 7 दोहे*
Ravi Prakash
Loading...