Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Nov 2020 · 1 min read

उनके होंठों पर हंसी पहले न थी

उनके होंठों पर हंसी पहले न थी
यूँ चमन में ताज़गी पहले न थी

साथ होने की ख़ुशी पहले न थी
ज़िन्दगी इतनी भली पहले न थी

ये रिफ़ाक़त की कमी पहले न थी
इतनी आँखों में नमी पहले न थी

झूट रिश्तों में पनपता जा रहा
इस तरह बाज़ीगरी पहले न थी

अब मुहाना पास ही सागर का है
ज़ोश में इतने नदी पहले न थी

आजकल तो क़त्ल कितने हो रहे
खूँ से भीगी तिश्नगी पहले न थी

प्यार पाकर उड़ रहा है आज वो
ये ख़ुशी ‘आनन्द’ की पहले न थी

~ डॉ आनन्द किशोर

3 Likes · 437 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गीतिका-
गीतिका-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मेरे वतन मेरे वतन
मेरे वतन मेरे वतन
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
चेहरे का रंग देख के रिश्ते नही बनाने चाहिए साहब l
चेहरे का रंग देख के रिश्ते नही बनाने चाहिए साहब l
Ranjeet kumar patre
अमृता प्रीतम
अमृता प्रीतम
Dr fauzia Naseem shad
हवा बहुत सर्द है
हवा बहुत सर्द है
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
2453.पूर्णिका
2453.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
💐अज्ञात के प्रति-66💐
💐अज्ञात के प्रति-66💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
!! एक ख्याल !!
!! एक ख्याल !!
Swara Kumari arya
🌸 मन संभल जाएगा 🌸
🌸 मन संभल जाएगा 🌸
पूर्वार्थ
क्यूँ ख़ामोशी पसरी है
क्यूँ ख़ामोशी पसरी है
हिमांशु Kulshrestha
जिंदगी को मेरी नई जिंदगी दी है तुमने
जिंदगी को मेरी नई जिंदगी दी है तुमने
Er. Sanjay Shrivastava
ऑंसू छुपा के पर्स में, भरती हैं पत्नियॉं
ऑंसू छुपा के पर्स में, भरती हैं पत्नियॉं
Ravi Prakash
"फूल"
Dr. Kishan tandon kranti
रमेशराज के देशभक्ति के बालगीत
रमेशराज के देशभक्ति के बालगीत
कवि रमेशराज
ईश्वर
ईश्वर
Shyam Sundar Subramanian
🙏श्याम 🙏
🙏श्याम 🙏
Vandna thakur
"सुन रहा है न तू"
Pushpraj Anant
*जितना आसान है*
*जितना आसान है*
नेताम आर सी
प्रेम अपाहिज ठगा ठगा सा, कली भरोसे की कुम्हलाईं।
प्रेम अपाहिज ठगा ठगा सा, कली भरोसे की कुम्हलाईं।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
सजा दे ना आंगन फूल से रे माली
सजा दे ना आंगन फूल से रे माली
Basant Bhagawan Roy
एक नयी रीत
एक नयी रीत
Harish Chandra Pande
सुबह को सुबह
सुबह को सुबह
rajeev ranjan
बेमतलब सा तू मेरा‌, और‌ मैं हर मतलब से सिर्फ तेरी
बेमतलब सा तू मेरा‌, और‌ मैं हर मतलब से सिर्फ तेरी
Minakshi
मिलना हम मिलने आएंगे होली में।
मिलना हम मिलने आएंगे होली में।
सत्य कुमार प्रेमी
शिकवा नहीं मुझे किसी से
शिकवा नहीं मुझे किसी से
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
कलियों सा तुम्हारा यौवन खिला है।
कलियों सा तुम्हारा यौवन खिला है।
Rj Anand Prajapati
International Yoga Day
International Yoga Day
Tushar Jagawat
बाँस और घास में बहुत अंतर होता है जबकि प्रकृति दोनों को एक स
बाँस और घास में बहुत अंतर होता है जबकि प्रकृति दोनों को एक स
Dr. Man Mohan Krishna
तमन्ना थी मैं कोई कहानी बन जाऊॅ॑
तमन्ना थी मैं कोई कहानी बन जाऊॅ॑
VINOD CHAUHAN
सोशल मीडिया पर
सोशल मीडिया पर
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...