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28 Nov 2016 · 1 min read

जश्न

आओ
आज रात जश्न मनायें।
हम जागें ,
साकी को जगाएं
पैमाने फिर फिर भरे जायें

डग मग क़दमों से
कोई जाता है।
उसे थामो।
उसने शायद कम पी है।
उसे और पिलायें
आओ जश्न मनायें।

Language: Hindi
600 Views
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