Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jul 2019 · 1 min read

जरा भी दर्द तेरा गर तमाम करती हूँ

जरा भी दर्द तेरा गर तमाम करती हूँ
जहान भर की खुशी अपने नाम करती हूँ

मेरा वजूद ही तू है यही हकीकत है
तेरे लिये ही दुआ सुबह शाम करती हूँ

चलूँगी अब तो मै परछाई तेरी बनकर ही
मैं अपनी ज़िन्दगी ही तेरे नाम करती हूँ

ये तेरा इश्क इबादत से भी कहीं बढ़कर
जुनून को तेरे दिल से सलाम करती हूँ

तेरी शिकायतों का दौर जब नहीं थमता
मैं मुस्कुरा के लगाया विराम करती हूँ

मुहर मैं प्यार की अपने लगाती हूँ इस पर
तेरा ये दिल ही मैं अपना क़याम करती हूँ

बनाया यादों ने यूँ ‘अर्चना’ शराबी है
भरा मैं अपने ही अश्कों से जाम करती हूँ

17-07-2019
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद

3 Likes · 1 Comment · 378 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
हड़ताल
हड़ताल
नेताम आर सी
असली दर्द का एहसास तब होता है जब अपनी हड्डियों में दर्द होता
असली दर्द का एहसास तब होता है जब अपनी हड्डियों में दर्द होता
प्रेमदास वसु सुरेखा
जां से बढ़कर है आन भारत की
जां से बढ़कर है आन भारत की
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बाल कविता : बादल
बाल कविता : बादल
Rajesh Kumar Arjun
*चुन मुन पर अत्याचार*
*चुन मुन पर अत्याचार*
Nishant prakhar
उजियार
उजियार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*किस्मत में यार नहीं होता*
*किस्मत में यार नहीं होता*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
2385.पूर्णिका
2385.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ठहराव नहीं अच्छा
ठहराव नहीं अच्छा
Dr. Meenakshi Sharma
गीतिका।
गीतिका।
Pankaj sharma Tarun
There are only two people in this
There are only two people in this
Ankita Patel
दिल
दिल
Er. Sanjay Shrivastava
ग़ज़ल - फितरतों का ढेर
ग़ज़ल - फितरतों का ढेर
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
किस तरह से गुज़र पाएँगी
किस तरह से गुज़र पाएँगी
हिमांशु Kulshrestha
वफा करो हमसे,
वफा करो हमसे,
Dr. Man Mohan Krishna
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
पहले सा मौसम ना रहा
पहले सा मौसम ना रहा
Sushil chauhan
इतना बवाल मचाएं हो के ये मेरा हिंदुस्थान है
इतना बवाल मचाएं हो के ये मेरा हिंदुस्थान है
'अशांत' शेखर
विश्व गौरैया दिवस
विश्व गौरैया दिवस
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
अपना ही ख़ैर करने लगती है जिन्दगी;
अपना ही ख़ैर करने लगती है जिन्दगी;
manjula chauhan
**प्यार भरा पैगाम लिखूँ मैं **
**प्यार भरा पैगाम लिखूँ मैं **
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वेलेंटाइन डे
वेलेंटाइन डे
Surinder blackpen
।। सुविचार ।।
।। सुविचार ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
कहे महावर हाथ की,
कहे महावर हाथ की,
sushil sarna
आपत्तियाँ फिर लग गयीं (हास्य-व्यंग्य )
आपत्तियाँ फिर लग गयीं (हास्य-व्यंग्य )
Ravi Prakash
जो कहा तूने नहीं
जो कहा तूने नहीं
Dr fauzia Naseem shad
💐प्रेम कौतुक-534💐
💐प्रेम कौतुक-534💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
■ #यादों_का_आईना
■ #यादों_का_आईना
*Author प्रणय प्रभात*
चलो रे काका वोट देने
चलो रे काका वोट देने
gurudeenverma198
बंशी बजाये मोहना
बंशी बजाये मोहना
लक्ष्मी सिंह
Loading...