जय हो विजय हो
ईश्वर सशंकित ,धरती है भारी ,न जाने किस घड़ी में भयंकर प्रलय हो।
जनता न जाने, वो है सबको माने ,न जाने किसका किसमे विलय हो।
न जाने किस ओर रुख होगा उनका ,
जो सबको हैं कहते कि जय हो विजय हो।
-सिद्धार्थ पांडेय
ईश्वर सशंकित ,धरती है भारी ,न जाने किस घड़ी में भयंकर प्रलय हो।
जनता न जाने, वो है सबको माने ,न जाने किसका किसमे विलय हो।
न जाने किस ओर रुख होगा उनका ,
जो सबको हैं कहते कि जय हो विजय हो।
-सिद्धार्थ पांडेय