जय हनुमान
जय श्रीराम जय हनुमान *
बजरंगी हम तेरी गाथा गाते है,,,,
पवन सूत हनुमान हम तेरी जयकार लगाते है।।
अंजनी के पुत्र तुम बड़े चमत्कारी हो,,,,,
दुखियों के दुख को पलभर में मिटाते हो।।।।।
राम नाम का मंत्र जपते रहते हो,,,,,
माता सीता को तुम बड़े प्यारे लगते हो,,,,,,।।
अंजनी के लाल मैं पानी, तुम चन्दन हो
हे महाबीर तुम तो कहलाते दुःख-भंजन हो।।
इस जग के नर-नारी सब तेरा ही गुणगान करते है
नाम बड़ा है तेरा सब तेरे आगे नतमस्तक होते है।।।
असुरों को तुमने जब जब ललकारा है,,,,,
इस धरा से पापीयों का खात्मा हुआ है।।।
माता सीता की खोज में जब तुम निकले,,,,
हर आँधी तूफ़ा को तुमने झेला है।।।
लंका रावण देख तुमको मन में घबराया,,,,
सोने की लंका को इसकी तुमने पलभर में जलाया।।।
श्री राम तो हनुमान तुम बिन है अधूरे,,,,
तूम तो करते प्रभु भक्तो के सपने पूरे,,,,,।।
श्रीराम के नाम से पत्थर भी तर जाते है,,,,,
जीवन सफल हो जाता जब हनुमान मिल जाते है। ।।।।
भूत पिशाच भी निकट नही आते है,,,,,,,
जब भक्त हनुमान का जाप करते है।।।।।
रचनाकार गायत्री सोनू जैन
सहायक अध्यापिका मंदसौर।
मोबाइल नंबर 777293121
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