Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Mar 2019 · 1 min read

जय अभिनन्दन,जय अभिनन्दन –आर के रस्तोगी

जय अभिनन्दन,जय अभिनन्दन
करते है सब तुम्हारा अभिनन्दन
शोर्य साहस जो तुमने दिखाया
उससे पाकिस्तान भी थर्राया
अकेले तुम थे भारत के लाल
डर रहा था तुमसे महाकाल
तुम भारत भाल के हो चन्दन
जय अभिनन्दन,जय अभिन्दन
करते है सब तुम्हार अभिनन्दन

तीव्र गति से जब मिग उड़ाते
दुश्मन के छक्के भी छुट जाते
ऍफ़ 16 को तुमने दी है मात
पाक ने भी जोड़े अपने हाथ
तुम भारत माँ के हो नंदन
जय अभिनन्दन,जय अभिनन्दन
करते है सब तुम्हारा अभिनन्दन

तुम अकेले थे पर नहीं घबराये
भले ही घूम रहे थे मौत के छाये
छाया था चारो तरफ अन्धियारा
तब भी तुमने उनको ललकारा
सुबह की लालिमा करती स्पंदन
जय अभिनन्दन,जय अभिनन्दन
करते है सब तुम्हारा अभिनन्दन

चारो तरफ पाक सैनिक खड़े थे
पर तुम अपनी बात पर अड़े थे
पूछे थे तुमसे कितने ही सवाल
धमकी देकर मचा रहे थे बबाल
मैं, तुम्हे कोई उत्तर नहीं दूंगा
भले ही जान निछावर कर दूंगा
सुन ये बाते,पाक कर रहा था वंदन
जय अभिनन्दन,जय अभिनन्दन
करते है सब तुम्हारा अभिनन्दन

जब तुम बाघा बॉर्डर पर आये
गगन धरती तुमसे मिलने आये
चारो तरफ हो रहा था जयकारा
पाक देख रहा था ये नज्जारा
तुम भारत माँ के हो रघुनन्दन
जय अभिनन्दन,जय अभिनन्दन
करते है सब तुम्हारा अभिनन्दन

आर के रस्तोगी
मो 9971006425

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 1 Comment · 507 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all
You may also like:
पथ नहीं होता सरल
पथ नहीं होता सरल
surenderpal vaidya
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
" सुन‌ सको तो सुनों "
Aarti sirsat
23/74.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/74.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
उफ़ तेरी ये अदायें सितम ढा रही है।
उफ़ तेरी ये अदायें सितम ढा रही है।
Phool gufran
💐प्रेम कौतुक-482💐
💐प्रेम कौतुक-482💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आदमियों की जीवन कहानी
आदमियों की जीवन कहानी
Rituraj shivem verma
मौन तपधारी तपाधिन सा लगता है।
मौन तपधारी तपाधिन सा लगता है।
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
बहुत संभाल कर रखी चीजें
बहुत संभाल कर रखी चीजें
Dheerja Sharma
"मेरे हमसफर"
Ekta chitrangini
सफलता
सफलता
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मैं तुम्हारे बारे में नहीं सोचूँ,
मैं तुम्हारे बारे में नहीं सोचूँ,
Sukoon
देश का दुर्भाग्य
देश का दुर्भाग्य
Shekhar Chandra Mitra
बसंती बहार
बसंती बहार
Er. Sanjay Shrivastava
खींचकर हाथों से अपने ही वो सांँसे मेरी,
खींचकर हाथों से अपने ही वो सांँसे मेरी,
Neelam Sharma
अब तो उठ जाओ, जगाने वाले आए हैं।
अब तो उठ जाओ, जगाने वाले आए हैं।
नेताम आर सी
जो गिर गिर कर उठ जाते है, जो मुश्किल से न घबराते है,
जो गिर गिर कर उठ जाते है, जो मुश्किल से न घबराते है,
अनूप अम्बर
सांवले मोहन को मेरे वो मोहन, देख लें ना इक दफ़ा
सांवले मोहन को मेरे वो मोहन, देख लें ना इक दफ़ा
The_dk_poetry
परिपक्वता
परिपक्वता
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
तब गाँव हमे अपनाता है
तब गाँव हमे अपनाता है
संजय कुमार संजू
रोशन
रोशन
अंजनीत निज्जर
गारंटी सिर्फ़ प्राकृतिक और संवैधानिक
गारंटी सिर्फ़ प्राकृतिक और संवैधानिक
Mahender Singh
दरवाज़े
दरवाज़े
Bodhisatva kastooriya
पाया तो तुझे, बूंद सा भी नहीं..
पाया तो तुझे, बूंद सा भी नहीं..
Vishal babu (vishu)
■ आज का विचार
■ आज का विचार
*Author प्रणय प्रभात*
महफिले सजाए हुए है
महफिले सजाए हुए है
Harminder Kaur
बरसात...
बरसात...
डॉ.सीमा अग्रवाल
प्रश्न  शूल आहत करें,
प्रश्न शूल आहत करें,
sushil sarna
*पाते जन्म-मरण सभी, स्वर्ग लोक के भोग (कुंडलिया)*
*पाते जन्म-मरण सभी, स्वर्ग लोक के भोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
लुगाई पाकिस्तानी रे
लुगाई पाकिस्तानी रे
gurudeenverma198
Loading...