Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2020 · 1 min read

जन्म दिन की बधाई

आज बड़ी ही शुभ दिन आई,
वरष एक दिन के बाद तेरी जन्म दिन आई।
मिले तुझे सबसे खुब बधाई,
हमसब को मिले भरपेट मीठाई।
“विप्रम् मधुरं रोच्यते”‘कहा संत बुझाई,
मधुर वितरण में न कर तू कटाई।
आव-भगत में न है कोई इनकी परछाई,
है “मिथिला” का संस्कार अद्भुत भाई ।
होकर प्रसन्न गाऊँ तेरी बड़ाई,
भले ही लुट जाए तेरी छुपी कमाई।
उमा झा

Language: Hindi
13 Likes · 14 Comments · 479 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from उमा झा
View all
You may also like:
उधेड़बुन
उधेड़बुन
मनोज कर्ण
#drarunkumarshastriblogger
#drarunkumarshastriblogger
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आधुनिक युग में हम सभी जानते हैं।
आधुनिक युग में हम सभी जानते हैं।
Neeraj Agarwal
इंसान
इंसान
विजय कुमार अग्रवाल
शिक़ायत (एक ग़ज़ल)
शिक़ायत (एक ग़ज़ल)
Vinit kumar
है एक डोर
है एक डोर
Ranjana Verma
******जय श्री खाटूश्याम जी की*******
******जय श्री खाटूश्याम जी की*******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ऊपर चढ़ता देख तुम्हें, मुमकिन मेरा खुश होना।
ऊपर चढ़ता देख तुम्हें, मुमकिन मेरा खुश होना।
सत्य कुमार प्रेमी
आसाँ नहीं है - अंत के सच को बस यूँ ही मान लेना
आसाँ नहीं है - अंत के सच को बस यूँ ही मान लेना
Atul "Krishn"
दूरियों में नजर आयी थी दुनियां बड़ी हसीन..
दूरियों में नजर आयी थी दुनियां बड़ी हसीन..
'अशांत' शेखर
2912.*पूर्णिका*
2912.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelam Sharma
आप हो न
आप हो न
Dr fauzia Naseem shad
वो आये और देख कर जाने लगे
वो आये और देख कर जाने लगे
Surinder blackpen
गांधीजी की नीतियों के विरोधी थे ‘ सुभाष ’
गांधीजी की नीतियों के विरोधी थे ‘ सुभाष ’
कवि रमेशराज
मेरी हथेली पर, तुम्हारी उंगलियों के दस्तख़त
मेरी हथेली पर, तुम्हारी उंगलियों के दस्तख़त
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मत जला जिंदगी मजबूर हो जाऊंगा मैं ,
मत जला जिंदगी मजबूर हो जाऊंगा मैं ,
कवि दीपक बवेजा
*शब्द*
*शब्द*
Sûrëkhâ Rãthí
पसोपेश,,,उमेश के हाइकु
पसोपेश,,,उमेश के हाइकु
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
माता  रानी  का लगा, है सुंदर  दरबार।
माता रानी का लगा, है सुंदर दरबार।
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
💐प्रेम कौतुक-491💐
💐प्रेम कौतुक-491💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ज़िंदगी के मर्म
ज़िंदगी के मर्म
Shyam Sundar Subramanian
जीता जग सारा मैंने
जीता जग सारा मैंने
Suryakant Dwivedi
फ्राॅड की कमाई
फ्राॅड की कमाई
Punam Pande
"धीरे-धीरे"
Dr. Kishan tandon kranti
"चोट्टे की दाढ़ी में झाड़ू की सींक
*Author प्रणय प्रभात*
-मंहगे हुए टमाटर जी
-मंहगे हुए टमाटर जी
Seema gupta,Alwar
अगर कभी अपनी गरीबी का एहसास हो,अपनी डिग्रियाँ देख लेना।
अगर कभी अपनी गरीबी का एहसास हो,अपनी डिग्रियाँ देख लेना।
Shweta Soni
इश्क़ में रहम अब मुमकिन नहीं
इश्क़ में रहम अब मुमकिन नहीं
Anjani Kumar
उसका प्यार
उसका प्यार
Dr MusafiR BaithA
Loading...