Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Aug 2016 · 1 min read

जन्माष्टमी दोहे : उत्कर्ष

कृष्णपक्ष कृष्णाष्टमी,कृष्ण रूप अवतार ।
हुए अवतरित सृष्टि पे,जग के पालनहार ।।

जन्म हुआ था जेल में,भादो की थी रात ।
द्वारपाल सब सो गए,देख अनोखी बात ।।

✍?नवीन श्रोत्रिय “उत्कर्ष”©
★ ★ ★ ★ ★

Language: Hindi
2 Likes · 16 Comments · 3865 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जुग जुग बाढ़य यें हवात
जुग जुग बाढ़य यें हवात
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
ऐसा क्यों होता है
ऐसा क्यों होता है
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
जीवन सूत्र (#नेपाली_लघुकथा)
जीवन सूत्र (#नेपाली_लघुकथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
केवल भाग्य के भरोसे रह कर कर्म छोड़ देना बुद्धिमानी नहीं है।
केवल भाग्य के भरोसे रह कर कर्म छोड़ देना बुद्धिमानी नहीं है।
Paras Nath Jha
"स्वप्न".........
Kailash singh
हिम्मत कर लड़,
हिम्मत कर लड़,
पूर्वार्थ
जो लम्हें प्यार से जिया जाए,
जो लम्हें प्यार से जिया जाए,
Buddha Prakash
दोहा छन्द
दोहा छन्द
नाथ सोनांचली
दिल हो काबू में....😂
दिल हो काबू में....😂
Jitendra Chhonkar
जल रहें हैं, जल पड़ेंगे और जल - जल   के जलेंगे
जल रहें हैं, जल पड़ेंगे और जल - जल के जलेंगे
सिद्धार्थ गोरखपुरी
तुलना से इंकार करना
तुलना से इंकार करना
Dr fauzia Naseem shad
उनको देखा तो हुआ,
उनको देखा तो हुआ,
sushil sarna
नशा इश्क़ का
नशा इश्क़ का
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
नहीं टूटे कभी जो मुश्किलों से
नहीं टूटे कभी जो मुश्किलों से
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
आज के माहौल में
आज के माहौल में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
■ सतर्क_रहें_सुरक्षित_रहेंगे
■ सतर्क_रहें_सुरक्षित_रहेंगे
*Author प्रणय प्रभात*
*तुम्हारे साथ में क्या खूब,अपनी इन दिनों यारी (भक्ति गीत)*
*तुम्हारे साथ में क्या खूब,अपनी इन दिनों यारी (भक्ति गीत)*
Ravi Prakash
ਕਦਮਾਂ ਦੇ ਨਿਸ਼ਾਨ
ਕਦਮਾਂ ਦੇ ਨਿਸ਼ਾਨ
Surinder blackpen
अमृत महोत्सव
अमृत महोत्सव
Mukesh Jeevanand
खुदा रखे हमें चश्मे-बद से सदा दूर...
खुदा रखे हमें चश्मे-बद से सदा दूर...
shabina. Naaz
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
World Dance Day
World Dance Day
Tushar Jagawat
* सत्य,
* सत्य,"मीठा या कड़वा" *
मनोज कर्ण
अंग अंग में मारे रमाय गयो
अंग अंग में मारे रमाय गयो
Sonu sugandh
हिन्दी दोहा-विश्वास
हिन्दी दोहा-विश्वास
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
सावन
सावन
Madhavi Srivastava
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
*ना जाने कब अब उनसे कुर्बत होगी*
*ना जाने कब अब उनसे कुर्बत होगी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मैं बारिश में तर था
मैं बारिश में तर था
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
प्रियवर
प्रियवर
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
Loading...