Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 May 2021 · 1 min read

छलावा

**मनहरण घनाक्षरी**
***** छलावा ******

प्यार नही छलावा है।
दुनिया मे दिखावा है।।
भरोसा कहीं न रहा।
प्रेम अंधा ही रहा।।

स्त्री करती मनमानी।
कौन होगा दिलजानी।।
अदा उसकी मस्तानी।
नर करे नादानी।।

आदम जात निराली।
जहाँ देखे हरियाली।।
वारे उसके है न्यारे।
झट से मुँह मारे।।

मनसीरत की वाणी।
बात कहे है सियानी।।
स्नेह अमर ही मरेगा।
कभी नही मरेगा।।
******************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

1 Like · 283 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■एक शेर और■
■एक शेर और■
*Author प्रणय प्रभात*
हृदय के राम
हृदय के राम
Er. Sanjay Shrivastava
मम्मास बेबी
मम्मास बेबी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"चिराग"
Ekta chitrangini
करुणा का भाव
करुणा का भाव
shekhar kharadi
ऐसी बरसात भी होती है
ऐसी बरसात भी होती है
Surinder blackpen
संवेदनहीनता
संवेदनहीनता
संजीव शुक्ल 'सचिन'
*बड़े नखरों से आना और, फिर जल्दी है जाने की 【हिंदी गजल/गीतिक
*बड़े नखरों से आना और, फिर जल्दी है जाने की 【हिंदी गजल/गीतिक
Ravi Prakash
जाग री सखि
जाग री सखि
Arti Bhadauria
मां जैसा ज्ञान देते
मां जैसा ज्ञान देते
Harminder Kaur
क्या गुजरती होगी उस दिल पर
क्या गुजरती होगी उस दिल पर
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
मायूसियों से निकलकर यूँ चलना होगा
मायूसियों से निकलकर यूँ चलना होगा
VINOD CHAUHAN
दोस्ती गहरी रही
दोस्ती गहरी रही
Rashmi Sanjay
Tum makhmal me palte ho ,
Tum makhmal me palte ho ,
Sakshi Tripathi
शौक-ए-आदम
शौक-ए-आदम
AJAY AMITABH SUMAN
हिन्दी दोहा बिषय- कलश
हिन्दी दोहा बिषय- कलश
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
2634.पूर्णिका
2634.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सेर
सेर
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे।
यूं ही हमारी दोस्ती का सिलसिला रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
"दीवारें"
Dr. Kishan tandon kranti
अनुभूति
अनुभूति
Punam Pande
विचारों में मतभेद
विचारों में मतभेद
Dr fauzia Naseem shad
हुआ पिया का आगमन
हुआ पिया का आगमन
लक्ष्मी सिंह
दुख वो नहीं होता,
दुख वो नहीं होता,
Vishal babu (vishu)
शिर ऊँचा कर
शिर ऊँचा कर
महेश चन्द्र त्रिपाठी
जब से मेरी आशिकी,
जब से मेरी आशिकी,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
चाह और आह!
चाह और आह!
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
इश्क की गलियों में
इश्क की गलियों में
Dr. Man Mohan Krishna
World Dance Day
World Dance Day
Tushar Jagawat
वो राम को भी लाए हैं वो मृत्युं बूटी भी लाए थे,
वो राम को भी लाए हैं वो मृत्युं बूटी भी लाए थे,
शेखर सिंह
Loading...