Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jun 2018 · 1 min read

छम-छम बदरा बरस रहा है

? ? & & ? ?
छम-छम बदरा बरस रहा है।
विरहन मन ये तरस रहा है।

शीतल पवन चले आरी-सी,
बूंद-बूंद फिर विहस रहा है।

आग कलेजे में धधकी यूं,
नस-नस मद में लनस रहा है।

गाज गिरे ऐसे मौसम पर,
झरी नेह की परस रहा है।

कैसे धीर धरूँ साजन जी,
दर्द भरा जब दिवस रहा है।

सुध-बुध खो देती है मेरी,
तुम बिन जीवन निरस रहा है।

एक दूजे के चिर प्रेम में,
लीन प्रिये दिन सरस रहा है।
? ? ? ? – लक्ष्मी सिंह ? ☺

298 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
कुछ ख़त्म करना भी जरूरी था,
कुछ ख़त्म करना भी जरूरी था,
पूर्वार्थ
शुभ दिवाली
शुभ दिवाली
umesh mehra
💐अज्ञात के प्रति-50💐
💐अज्ञात के प्रति-50💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
फंस गया हूं तेरी जुल्फों के चक्रव्यूह मैं
फंस गया हूं तेरी जुल्फों के चक्रव्यूह मैं
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
वह कौन सा नगर है ?
वह कौन सा नगर है ?
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
ओम् के दोहे
ओम् के दोहे
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
नेह का दीपक
नेह का दीपक
Arti Bhadauria
रात के सितारे
रात के सितारे
Neeraj Agarwal
हौसले से जग जीतता रहा
हौसले से जग जीतता रहा
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
नया विज्ञापन
नया विज्ञापन
Otteri Selvakumar
महल चिन नेह का निर्मल, सुघड़ बुनियाद रक्खूँगी।
महल चिन नेह का निर्मल, सुघड़ बुनियाद रक्खूँगी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
जख्म भरता है इसी बहाने से
जख्म भरता है इसी बहाने से
Anil Mishra Prahari
Wakt ke girewan ko khich kar
Wakt ke girewan ko khich kar
Sakshi Tripathi
यादों के बादल
यादों के बादल
singh kunwar sarvendra vikram
कर न चर्चा हसीन ख्वाबों का।
कर न चर्चा हसीन ख्वाबों का।
सत्य कुमार प्रेमी
*खो दिया सुख चैन तेरी चाह मे*
*खो दिया सुख चैन तेरी चाह मे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
स्टेटस अपडेट देखकर फोन धारक की वैचारिक, व्यवहारिक, मानसिक और
स्टेटस अपडेट देखकर फोन धारक की वैचारिक, व्यवहारिक, मानसिक और
विमला महरिया मौज
सुकून में जिंदगी है मगर जिंदगी में सुकून कहां
सुकून में जिंदगी है मगर जिंदगी में सुकून कहां
कवि दीपक बवेजा
"तेरी यादों ने दिया
*Author प्रणय प्रभात*
इसकी तामीर की सज़ा क्या होगी,
इसकी तामीर की सज़ा क्या होगी,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
देश- विरोधी तत्व
देश- विरोधी तत्व
लक्ष्मी सिंह
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
पनघट गायब हो गए ,पनिहारिन अब कौन
पनघट गायब हो गए ,पनिहारिन अब कौन
Ravi Prakash
जमाने के रंगों में मैं अब यूॅ॑ ढ़लने लगा हूॅ॑
जमाने के रंगों में मैं अब यूॅ॑ ढ़लने लगा हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
#विषय:- पुरूषोत्तम राम
#विषय:- पुरूषोत्तम राम
Pratibha Pandey
अमृत वचन
अमृत वचन
Dp Gangwar
उलझनें तेरे मैरे रिस्ते की हैं,
उलझनें तेरे मैरे रिस्ते की हैं,
Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661
23/53.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/53.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
#justareminderdrarunkumarshastri
#justareminderdrarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...