Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Feb 2017 · 1 min read

छठ चार दिवसीय महापावन व्रत

????
छठ चार दिवसीय महापावन व्रत,
व्रती करती महा कठिन तप।
रखा जाता पवित्रता का बड़ा ही ख्याल,
व्रती रहती निर्जला ,निराहार।
चारो दिन सोते जमीन पर चटाई बिछाय।
प्रथम दिन नहाय खाय,
सुबह सबरे सिर से नहाय ,
खाते कद्दू भात बनाय।
दूसरा दिन है खरना,
दिनभर निर्जल उपवास रखना
साँम में खीर पूरी का नवेद काढना।
तीसरे दिन संध्या अर्ध्य
डूबते सूर्य को देते अर्ध्य।
चौथा दिन उगते सूर्य को देकर अर्ध्य
सूर्यदेव से मांगते निर्मल काया
सुख सम्पती,पुत्र,धन-धान्य।
व्रत का होता निस्तार (समापन)
व्रती देकर खोईछा प्रसाद
फिर लेती जल और आहार।
छठ है चार दिवसीय महाव्रत
व्रती करती कठिन तप।
????—लक्ष्मी सिंह

Language: Hindi
1 Like · 473 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
..सुप्रभात
..सुप्रभात
आर.एस. 'प्रीतम'
इस सियासत का ज्ञान कैसा है,
इस सियासत का ज्ञान कैसा है,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
धरी नहीं है धरा
धरी नहीं है धरा
महेश चन्द्र त्रिपाठी
दोहे- उदास
दोहे- उदास
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
एक ख़्वाहिश
एक ख़्वाहिश
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
आज़ादी की जंग में यूं कूदा पंजाब
आज़ादी की जंग में यूं कूदा पंजाब
कवि रमेशराज
सजधज कर आती नई , दुल्हन एक समान(कुंडलिया)
सजधज कर आती नई , दुल्हन एक समान(कुंडलिया)
Ravi Prakash
सोई गहरी नींदों में
सोई गहरी नींदों में
Anju ( Ojhal )
आरम्भ
आरम्भ
Neeraj Agarwal
ज़िंदगी में गीत खुशियों के ही गाना दोस्तो
ज़िंदगी में गीत खुशियों के ही गाना दोस्तो
Dr. Alpana Suhasini
23/152.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/152.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हारिये न हिम्मत तब तक....
हारिये न हिम्मत तब तक....
कृष्ण मलिक अम्बाला
हँस लो! आज  दर-ब-दर हैं
हँस लो! आज दर-ब-दर हैं
दुष्यन्त 'बाबा'
चोर कौन
चोर कौन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
रिश्तों को तू तोल मत,
रिश्तों को तू तोल मत,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कोई काम हो तो बताना
कोई काम हो तो बताना
Shekhar Chandra Mitra
"परोपकार"
Dr. Kishan tandon kranti
फितरत
फितरत
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
पिता
पिता
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जूते व जूती की महिमा (हास्य व्यंग)
जूते व जूती की महिमा (हास्य व्यंग)
Ram Krishan Rastogi
"आओ हम सब मिल कर गाएँ भारत माँ के गान"
Lohit Tamta
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो..
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो..
कवि दीपक बवेजा
*हथेली  पर  बन जान ना आए*
*हथेली पर बन जान ना आए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जय श्रीकृष्ण -चंद दोहे
जय श्रीकृष्ण -चंद दोहे
Om Prakash Nautiyal
A Donkey and A Lady
A Donkey and A Lady
AJAY AMITABH SUMAN
शिक्षक
शिक्षक
Mukesh Kumar Sonkar
🌺 Prodigy Love-22🌹
🌺 Prodigy Love-22🌹
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
तपोवन है जीवन
तपोवन है जीवन
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
अधिक हर्ष और अधिक उन्नति के बाद ही अधिक दुख और पतन की बारी आ
अधिक हर्ष और अधिक उन्नति के बाद ही अधिक दुख और पतन की बारी आ
पूर्वार्थ
Loading...