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9 Aug 2020 · 1 min read

आजादी

अंगुली पकड़कर गर्दन पकड़ा था अंग्रेजों ने
गुलामी की जंजीर में जकड़ा था अंग्रेजों ने।

राजपूत, नवाबों को आपस में लड़ाया था,
हिन्दू मुस्लिम को आपस में भड़काया था।

किसान नील की खेती करने को मजबूर थे,
कुटीर उद्योग बन्द हुए,सपने चकनाचूर थे।

राज्य हड़प कर सीमा का विस्तार करते थे,
जलियांवाला बाग में, कुछ भूखों मरते थे।

जन -जन के मन में असंतोष बढ़ने लगा था,
क्रांतिकारियों के मन में रोष बढ़ने लगा था।

अट्ठारह सौ सत्तावन को पहला संग्राम हुआ,
ब्रिटिश सरकार हिल गया और बदनाम हुआ।

किस-किस का त्याग, बलिदान, धैर्य बताऊं मैं,
भगतसिंह,चंद्र शेखर किनका नाम गिनाऊं मैं।

हिन्दुस्तान तबाह,बर्बाद, बेरोजगार हो चुका था,
उन्नीस सौ सैंतालीस को देश आजाद हो चुका था।

कालांतर से भारत निरन्तर विकास कर रहा है,
सामाजिक कुरीतियों का विनाश कर रहा है।

आइए चौहत्तरवां स्वतंत्रता दिवस मनाया जाय,
वीर शहीदों की यादों को सीने से लगाया जाय।

************जय हिन्द***********

नूरफातिमा खातून नूरी
जिल -कुशीनगर

Language: Hindi
1 Like · 4 Comments · 543 Views
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