Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Oct 2020 · 1 min read

चौकिदार चोर है’ के खुब नारे लगे थे

चौकिदार चोर है’ के खुब नारे लगे थे
चुनाव जीतने इसी के सहारे लगे थे
कोई इन्हें न झुठा कहो न कहो फरेबी
पास होने के चक्कर में पप्पु हमारे लगे थे

Language: Hindi
1 Like · 420 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
“सत्य वचन”
“सत्य वचन”
Sandeep Kumar
तेरी तस्वीर को लफ़्ज़ों से संवारा मैंने ।
तेरी तस्वीर को लफ़्ज़ों से संवारा मैंने ।
Phool gufran
आंखे बाते जुल्फे मुस्कुराहटे एक साथ में ही वार कर रही हो,
आंखे बाते जुल्फे मुस्कुराहटे एक साथ में ही वार कर रही हो,
Vishal babu (vishu)
वो ऊनी मफलर
वो ऊनी मफलर
Atul "Krishn"
बढ़ता उम्र घटता आयु
बढ़ता उम्र घटता आयु
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
2938.*पूर्णिका*
2938.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
धन बल पर्याय
धन बल पर्याय
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
फ़र्क
फ़र्क
Dr. Pradeep Kumar Sharma
“दोस्त हो तो दोस्त बनो”
“दोस्त हो तो दोस्त बनो”
DrLakshman Jha Parimal
चन्द्रयान 3
चन्द्रयान 3
डिजेन्द्र कुर्रे
पूर्वोत्तर का दर्द ( कहानी संग्रह) समीक्षा
पूर्वोत्तर का दर्द ( कहानी संग्रह) समीक्षा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मुक्तक
मुक्तक
कृष्णकांत गुर्जर
न जाने कहा‌ँ दोस्तों की महफीले‌ं खो गई ।
न जाने कहा‌ँ दोस्तों की महफीले‌ं खो गई ।
Yogendra Chaturwedi
साथ मेरे था
साथ मेरे था
Dr fauzia Naseem shad
"मीलों में नहीं"
Dr. Kishan tandon kranti
एक तो गोरे-गोरे हाथ,
एक तो गोरे-गोरे हाथ,
SURYA PRAKASH SHARMA
प्रेम
प्रेम
Dr. Shailendra Kumar Gupta
यूं साया बनके चलते दिनों रात कृष्ण है
यूं साया बनके चलते दिनों रात कृष्ण है
Ajad Mandori
बेटा हिन्द का हूँ
बेटा हिन्द का हूँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*दफ्तर बाबू फाइलें,अफसर मालामाल 【हिंदी गजल/दोहा गीतिका】*
*दफ्तर बाबू फाइलें,अफसर मालामाल 【हिंदी गजल/दोहा गीतिका】*
Ravi Prakash
कभी धूप तो कभी बदली नज़र आयी,
कभी धूप तो कभी बदली नज़र आयी,
Rajesh Kumar Arjun
■ शर्मनाक प्रपंच...
■ शर्मनाक प्रपंच...
*Author प्रणय प्रभात*
जीवन में कम से कम एक ऐसा दोस्त जरूर होना चाहिए ,जिससे गर सप्
जीवन में कम से कम एक ऐसा दोस्त जरूर होना चाहिए ,जिससे गर सप्
ruby kumari
मैं उन लोगो में से हूँ
मैं उन लोगो में से हूँ
Dr Manju Saini
सच कहा था किसी ने की आँखें बहुत बड़ी छलिया होती हैं,
सच कहा था किसी ने की आँखें बहुत बड़ी छलिया होती हैं,
Sukoon
नवसंवत्सर लेकर आया , नव उमंग उत्साह नव स्पंदन
नवसंवत्सर लेकर आया , नव उमंग उत्साह नव स्पंदन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
💐प्रेम कौतुक-224💐
💐प्रेम कौतुक-224💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
रमेशराज के त्योहार एवं अवसरविशेष के बालगीत
रमेशराज के त्योहार एवं अवसरविशेष के बालगीत
कवि रमेशराज
In case you are more interested
In case you are more interested
Dhriti Mishra
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
Loading...