Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jun 2021 · 1 min read

चोर

एक व्यक्ति से मैंने पूछा, तुम क्या करते हो ?
किस तरह अपना गुजारा चलाते हो ?
उसने कहा मैं चोरी करता हूं ,
मैंने पूछा तुम क्या चुराते हो ?
उसने कहा , मैं लोगों का भरोसा चुराता हूँ ,
मैंने पूछा , तुम भरोसा कैसे चुराते हो ?
मैं मीठा बोलकर , उनके प्रति सद्भावना का नाटक करता हूं ,
फिर उन्हें अपने शब्दजाल में फंसा , अपना बनाता हूं ,
उनकी दुखती रगों पर हाथ रख , करुणा प्रकट करता हूं ,
उनमें अपने प्रति सद्भावना एवं सहकार की भावना उत्प्रेरित करता हूं ,
उनमें बेबसी और बेचारगी का भाव उत्पन्न करता हूं ,
उनमें , उनके अपनों के प्रति द्वेष एवं नकारात्मकता का भाव जगाता हूं ,
उन्हें भुलावे में रख , उनसे झूठे वादे करता हूं ,
उन्हें माया के सपनों में लिप्त कर , व्यसन की कठपुतली बनाता हूं ,
सत्य को असत्य एवं असत्य को सत्य बनाकर उन्हें दिग्भ्रमित करता हूं ,
यथार्थ के धरातल से परे उन्हें कल्पना लोक में विचरण करने के लिए बाध्य करता हूं ,
स्वयं को उनका हितचिंतक मानने की सोच , उनके मन में जागृत करता हूं ,
जब वे मेरे भ्रम जाल में फस जाते हैं , तो उनका स्वार्थपरक दोहन करता हूं ,
मेरा स्वार्थ सिद्ध हो जाने पर , उन्हें उनके हाल पर छोड़कर चला जाता हूं ,

Language: Hindi
4 Likes · 8 Comments · 361 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
कांग्रेस की आत्महत्या
कांग्रेस की आत्महत्या
Sanjay ' शून्य'
जिन्दगी की धूप में शीतल सी छाव है मेरे बाऊजी
जिन्दगी की धूप में शीतल सी छाव है मेरे बाऊजी
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
और ज़रा-सा ज़ोर लगा
और ज़रा-सा ज़ोर लगा
Shekhar Chandra Mitra
"अन्दर ही अन्दर"
Dr. Kishan tandon kranti
"एक नज़्म लिख रहा हूँ"
Lohit Tamta
मेरे हिस्से सब कम आता है
मेरे हिस्से सब कम आता है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
सांच कह्यां सुख होयस्यी,सांच समद को सीप।
सांच कह्यां सुख होयस्यी,सांच समद को सीप।
विमला महरिया मौज
इक परी हो तुम बड़ी प्यारी हो
इक परी हो तुम बड़ी प्यारी हो
Piyush Prashant
गुरु रामदास
गुरु रामदास
कवि रमेशराज
If you want to be in my life, I have to give you two news...
If you want to be in my life, I have to give you two news...
पूर्वार्थ
कभी न दिखावे का तुम दान करना
कभी न दिखावे का तुम दान करना
Dr fauzia Naseem shad
कहानी। सेवानिवृति
कहानी। सेवानिवृति
मधुसूदन गौतम
केशों से मुक्ता गिरे,
केशों से मुक्ता गिरे,
sushil sarna
पन्नें
पन्नें
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
तूं मुझे एक वक्त बता दें....
तूं मुझे एक वक्त बता दें....
Keshav kishor Kumar
तेरी गली से निकलते हैं तेरा क्या लेते है
तेरी गली से निकलते हैं तेरा क्या लेते है
Ram Krishan Rastogi
बढ़ी शय है मुहब्बत
बढ़ी शय है मुहब्बत
shabina. Naaz
जिन्दगी की शाम
जिन्दगी की शाम
Bodhisatva kastooriya
2837. *पूर्णिका*
2837. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Rekha Drolia
तू  मेरी जान तू ही जिंदगी बन गई
तू मेरी जान तू ही जिंदगी बन गई
कृष्णकांत गुर्जर
*रंगों का ज्ञान*
*रंगों का ज्ञान*
Dushyant Kumar
"थामता है मिरी उंगली मेरा माज़ी जब भी।
*Author प्रणय प्रभात*
*
*"राम नाम रूपी नवरत्न माला स्तुति"
Shashi kala vyas
ख्वाब आँखों में सजा कर,
ख्वाब आँखों में सजा कर,
लक्ष्मी सिंह
जीवन में प्राकृतिक ही  जिंदगी हैं।
जीवन में प्राकृतिक ही जिंदगी हैं।
Neeraj Agarwal
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दुनियां कहे , कहे कहने दो !
दुनियां कहे , कहे कहने दो !
Ramswaroop Dinkar
दोस्ती में हर ग़म को भूल जाते हैं।
दोस्ती में हर ग़म को भूल जाते हैं।
Phool gufran
*आत्मविश्वास*
*आत्मविश्वास*
Ritu Asooja
Loading...