Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Apr 2018 · 1 min read

चुनरी रानी

ओ चुनरी रानी
कहा चल दी

गजरारे बाल
वहा क्या हाल

पांव में पायल
आँखों में काजल

नजर है बिंदास
पर मन क्यों है उदास
जरा बता मुझे
तू है किसके पास

बोली ओए गट्टू
तू किसके पास ?
क्यों बन रहा है लट्टू ।

तू नही जानता मेरे पास
तेरी ही कलाएं ,,,
जो दोनों कर्ण में लटकती बालाएं ।

उस तम में ,
उस गगन में ,,
सितारों में चमकता अर्धचन्द्र
जो बनाती है विचित्र कलाएं ।

वो बोला नदी के किनारे
तुझे देखा पनघट से क्या लाई
ओर तेरी यह लाल चुनरिया ,,
कैसी कैसी उड़ती जाई ,

ओर पानी का लिए यह घड़ा
मस्तक पर किस लिए है ,

वो बोली प्यारे तेरी इश्क की प्यास बुझाने ही आई ,

तेरे दिल की धड़कन को ही अजमाने ही आई ।

तेरे जीवन को ही इस जल में
समाजाने ही आई ।

✍✍प्रवीण शर्मा ताल
टी एल एम् ग्रुप संचालक
स्वरचित कापीराइट कविता
दिनाक 5/4/2018
मोबेइल नंबर 9165996865

Language: Hindi
322 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
💐प्रेम कौतुक-171💐
💐प्रेम कौतुक-171💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*आओ बच्चों सीख सिखाऊँ*
*आओ बच्चों सीख सिखाऊँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कठिन परिश्रम साध्य है, यही हर्ष आधार।
कठिन परिश्रम साध्य है, यही हर्ष आधार।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
ना जाने कैसी मोहब्बत कर बैठे है?
ना जाने कैसी मोहब्बत कर बैठे है?
Kanchan Alok Malu
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
वो दो साल जिंदगी के (2010-2012)
वो दो साल जिंदगी के (2010-2012)
Shyam Pandey
कभी सुलगता है, कभी उलझता  है
कभी सुलगता है, कभी उलझता है
Anil Mishra Prahari
मूल्य मंत्र
मूल्य मंत्र
ओंकार मिश्र
अमावस्या में पता चलता है कि पूर्णिमा लोगो राह दिखाती है जबकि
अमावस्या में पता चलता है कि पूर्णिमा लोगो राह दिखाती है जबकि
Rj Anand Prajapati
लोभ मोह ईष्या 🙏
लोभ मोह ईष्या 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कुछ हकीकत कुछ फसाना और कुछ दुश्वारियां।
कुछ हकीकत कुछ फसाना और कुछ दुश्वारियां।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
Poem on
Poem on "Maa" by Vedaanshii
Vedaanshii Vijayvargi
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
ऐसा लगता है कि एमपी में
ऐसा लगता है कि एमपी में
*Author प्रणय प्रभात*
हम भारत के लोग उड़ाते
हम भारत के लोग उड़ाते
Satish Srijan
जय मां ँँशारदे 🙏
जय मां ँँशारदे 🙏
Neelam Sharma
मैं तुम्हें यूँ ही
मैं तुम्हें यूँ ही
हिमांशु Kulshrestha
ब्राह्मण
ब्राह्मण
Sanjay ' शून्य'
फटा ब्लाउज ....लघु कथा
फटा ब्लाउज ....लघु कथा
sushil sarna
कदीमी याद
कदीमी याद
Sangeeta Beniwal
आवारा पंछी / लवकुश यादव
आवारा पंछी / लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
मुझे तुम
मुझे तुम
Dr fauzia Naseem shad
केतकी का अंश
केतकी का अंश
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
*प्रभु का संग परम सुखदाई (चौपाइयॉं)*
*प्रभु का संग परम सुखदाई (चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
कैसे गीत गाएं मल्हार
कैसे गीत गाएं मल्हार
Nanki Patre
गीत
गीत
Shiva Awasthi
अप कितने भी बड़े अमीर सक्सेस हो जाओ आपके पास पैसा सक्सेस सब
अप कितने भी बड़े अमीर सक्सेस हो जाओ आपके पास पैसा सक्सेस सब
पूर्वार्थ
मां होती है
मां होती है
Seema gupta,Alwar
कौन यहाँ खुश रहता सबकी एक कहानी।
कौन यहाँ खुश रहता सबकी एक कहानी।
Mahendra Narayan
*देश भक्ति देश प्रेम*
*देश भक्ति देश प्रेम*
Harminder Kaur
Loading...