चिराग तेरी गजब कहानी
होते है बच्चे
चिराग
माता पिता के
रखते हैं उम्मीद
करेंगे नाम
रोशन उनका
टूटता है
दिल तब
गलत कामों से
बदनाम करते है
बच्चे
चिराग जलते ही
आ जाते हैं परिन्दें
खुद हो जलाते है
रोशनी के लिए
होता है दूर अंधेरा
जलाने से चिराग
नहीं चाहता इन्सान
जलाना चिराग
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल