चिपकू मेहमान
भर- भर थाली खाते हैं
ऊपर से हमें समझाते हैं
नहीं जल्दी ये जातें हैं
चिपकू मेहमान कहलाते है।
अतिथि कक्ष में सोये रहते
मोबाइल में खोये रहते
बिल्कुल नहीं लजाते हैं
चिपकू मेहमान कहलाते हैं।
मंहगाई को समझते नहीं
जाने को खुद कहते नहीं
हाजिरी खूब बजाते हैं
चिपकू मेहमान कहलाते हैं
नूर फातिमा खातून नूरी शिक्षिका
जिला-कुशीनगर