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28 Jun 2017 · 1 min read

चाहत

चाहत न हो जब तक, यूं ही मुलाकात नहीं होती
धड़कता दिल न जब तक, दिल की बात नहीं होती
तलबगार न हो जब तक ,…..दो दिल इक दूजे का
उल्फत की यूं ही बेवजह ,…….शुरुआत नहीं होती

रीता यादव

Language: Hindi
398 Views
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