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15 Jun 2021 · 1 min read

चाय

चाय की एक घूट से ही जीने की चाह मिल जाती हैँ,
दूसरी घूट लेने से ही, चिंताये विमुक्त हो जाती हैँ //

अक्सर चाय का ही साथ होता हैँ,तन्हाइयो मे,
इसकी एक एक घूट का आनंद होता हैँ अंगड़ाइयों मे //

जिंदगी की सारी उलझनों को चाय के प्याले के समक्ष भूल जाता हू,
ज़ब चाय की घूट मे मै, मखबूल हो जाता हू //

Language: Hindi
2 Likes · 3 Comments · 281 Views
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