Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jun 2017 · 1 min read

चांदनी रात है।

आज चांदनी रात है,
पिया भी साथ हैं।
इठला रही रजनी मन में सहेजे असीम उल्लास हैं।
देखो प्रेमी युगलों का आया, आज मधुमास है।

हो मगन दो मन आनंद में, करते मधुर संवाद हैं
देखो हर दिशा में छाया, बस प्रीति का उन्माद है।

कमल पुष्प सा जीवन खिल रहा।
गहरा तिमिर अवसाद है गल रहा।
अवनि हुलस गीत गुनगुनाती।
निशा भी देखो है मदमाती।

चलो दिल खोल कर रख दें दिल में जो भी बात है
आज चांदनी रात है और पिया भी साथ हैं।

नीलम शर्मा

Language: Hindi
Tag: गीत
336 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■ मौजूदा दौर...
■ मौजूदा दौर...
*Author प्रणय प्रभात*
मौसम खराब है
मौसम खराब है
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
दोहे
दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
आत्म संयम दृढ़ रखों, बीजक क्रीड़ा आधार में।
आत्म संयम दृढ़ रखों, बीजक क्रीड़ा आधार में।
Er.Navaneet R Shandily
राम काज में निरत निरंतर
राम काज में निरत निरंतर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Avinash
Avinash
Vipin Singh
राम लला
राम लला
Satyaveer vaishnav
You relax on a plane, even though you don't know the pilot.
You relax on a plane, even though you don't know the pilot.
पूर्वार्थ
यूँ तो समन्दर में कभी गोते लगाया करते थे हम
यूँ तो समन्दर में कभी गोते लगाया करते थे हम
The_dk_poetry
हमारी मूर्खता ही हमे ज्ञान की ओर अग्रसर करती है।
हमारी मूर्खता ही हमे ज्ञान की ओर अग्रसर करती है।
शक्ति राव मणि
* पत्ते झड़ते जा रहे *
* पत्ते झड़ते जा रहे *
surenderpal vaidya
जिनकी खातिर ठगा और को,
जिनकी खातिर ठगा और को,
डॉ.सीमा अग्रवाल
बेजुबाँ सा है इश्क़ मेरा,
बेजुबाँ सा है इश्क़ मेरा,
शेखर सिंह
दीप्ति
दीप्ति
Kavita Chouhan
हरियाली के बीच में , माँ का पकड़े हाथ ।
हरियाली के बीच में , माँ का पकड़े हाथ ।
Mahendra Narayan
गिलहरी
गिलहरी
Satish Srijan
भारत की देख शक्ति, दुश्मन भी अब घबराते है।
भारत की देख शक्ति, दुश्मन भी अब घबराते है।
Anil chobisa
क्या मणिपुर बंगाल क्या, क्या ही राजस्थान ?
क्या मणिपुर बंगाल क्या, क्या ही राजस्थान ?
Arvind trivedi
कुंठाओं के दलदल में,
कुंठाओं के दलदल में,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
💐प्रेम कौतुक-185💐
💐प्रेम कौतुक-185💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अपनी सीरत को
अपनी सीरत को
Dr fauzia Naseem shad
देखा तुम्हें सामने
देखा तुम्हें सामने
Harminder Kaur
दृढ़ आत्मबल की दरकार
दृढ़ आत्मबल की दरकार
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
"सुकून"
Dr. Kishan tandon kranti
यादो की चिलमन
यादो की चिलमन
Sandeep Pande
कितना रोका था ख़ुद को
कितना रोका था ख़ुद को
हिमांशु Kulshrestha
हे ईश्वर
हे ईश्वर
Ashwani Kumar Jaiswal
चंद्रयान
चंद्रयान
Mukesh Kumar Sonkar
पाई फागुन में गई, सिर्फ विलक्षण बात (कुंडलिया)
पाई फागुन में गई, सिर्फ विलक्षण बात (कुंडलिया)
Ravi Prakash
RATHOD SRAVAN WAS GREAT HONORED
RATHOD SRAVAN WAS GREAT HONORED
राठौड़ श्रावण लेखक, प्रध्यापक
Loading...