Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jun 2017 · 1 min read

चांदनी रात है।

आज चांदनी रात है,
पिया भी साथ हैं।
इठला रही रजनी मन में सहेजे असीम उल्लास हैं।
देखो प्रेमी युगलों का आया, आज मधुमास है।

हो मगन दो मन आनंद में, करते मधुर संवाद हैं
देखो हर दिशा में छाया, बस प्रीति का उन्माद है।

कमल पुष्प सा जीवन खिल रहा।
गहरा तिमिर अवसाद है गल रहा।
अवनि हुलस गीत गुनगुनाती।
निशा भी देखो है मदमाती।

चलो दिल खोल कर रख दें दिल में जो भी बात है
आज चांदनी रात है और पिया भी साथ हैं।

नीलम शर्मा

Language: Hindi
Tag: गीत
324 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
उलझी हुई है ज़ुल्फ़-ए-परेशाँ सँवार दे,
उलझी हुई है ज़ुल्फ़-ए-परेशाँ सँवार दे,
SHAMA PARVEEN
सब स्वीकार है
सब स्वीकार है
Saraswati Bajpai
वो इश्क किस काम का
वो इश्क किस काम का
Ram Krishan Rastogi
माता के नौ रूप
माता के नौ रूप
Dr. Sunita Singh
कैसा अलबेला इंसान हूँ मैं!
कैसा अलबेला इंसान हूँ मैं!
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
सत्साहित्य सुरुचि उपजाता, दूर भगाता है अज्ञान।
सत्साहित्य सुरुचि उपजाता, दूर भगाता है अज्ञान।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
🚩साल नूतन तुम्हें प्रेम-यश-मान दे।
🚩साल नूतन तुम्हें प्रेम-यश-मान दे।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
बेटियों से
बेटियों से
Shekhar Chandra Mitra
*गुरुओं से ज्यादा दिखते हैं, आज गुरूघंटाल(गीत)*
*गुरुओं से ज्यादा दिखते हैं, आज गुरूघंटाल(गीत)*
Ravi Prakash
सीधी मुतधार में सुधार
सीधी मुतधार में सुधार
मानक लाल मनु
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
जीवन का एक और बसंत
जीवन का एक और बसंत
नवीन जोशी 'नवल'
जीवन में
जीवन में
Dr fauzia Naseem shad
गायब हुआ तिरंगा
गायब हुआ तिरंगा
आर एस आघात
ऑफिसियल रिलेशन
ऑफिसियल रिलेशन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*
*"वो भी क्या दिवाली थी"*
Shashi kala vyas
एक कुआ पुराना सा.. जिसको बने बीत गया जमाना सा..
एक कुआ पुराना सा.. जिसको बने बीत गया जमाना सा..
Shubham Pandey (S P)
टूटा हुआ ख़्वाब हूॅ॑ मैं
टूटा हुआ ख़्वाब हूॅ॑ मैं
VINOD CHAUHAN
बहुत याद आता है वो वक़्त एक तेरे जाने के बाद
बहुत याद आता है वो वक़्त एक तेरे जाने के बाद
Dr. Seema Varma
।। बुलबुले की भांति हैं ।।
।। बुलबुले की भांति हैं ।।
Aryan Raj
वसंत पंचमी
वसंत पंचमी
Dr. Vaishali Verma
*हिंदी मेरे देश की जुबान है*
*हिंदी मेरे देश की जुबान है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
छायावाद के गीतिकाव्य (पुस्तक समीक्षा)
छायावाद के गीतिकाव्य (पुस्तक समीक्षा)
दुष्यन्त 'बाबा'
कांटों में जो फूल.....
कांटों में जो फूल.....
Vijay kumar Pandey
5. इंद्रधनुष
5. इंद्रधनुष
Rajeev Dutta
लक्ष्य जितना बड़ा होगा उपलब्धि भी उतनी बड़ी होगी।
लक्ष्य जितना बड़ा होगा उपलब्धि भी उतनी बड़ी होगी।
Paras Nath Jha
बस यूँ ही
बस यूँ ही
Neelam Sharma
மறுபிறவியின் உண்மை
மறுபிறவியின் உண்மை
Shyam Sundar Subramanian
दलाल ही दलाल (हास्य कविता)
दलाल ही दलाल (हास्य कविता)
Dr. Kishan Karigar
Loading...