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12 Jan 2021 · 1 min read

#चाँद सा हैं

अभी जमीं हैं वो आसमां बन जाने दो
चाँद सा हैं चाँद कि तरहा हसीं बन जाने दो।

कब तक रहेगा घर मैं ख़ुद बे ख़ुद बाहिर निकल आयेगा
मुझे एक बार उसकी गली से गुज़र जाने दो।।

पहचान लूँगा हज़ारों पर्दो मैं भी उस एक पर्दे को
मैं ख़ुद मुस्कुरा जाऊँगा ज़रा सा दिख जाने दो।

रोशन हो जाऊंगा छूकर उसे पूरे जहाँ मैं एक दिन “राज”
अभी दूर हूँ उससे बस थोड़ा सा करीब हो जाने दो। ।

_RAJU QURESHI ✍️

4 Likes · 1 Comment · 301 Views
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