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27 Feb 2018 · 1 min read

चाँद मेरा नाराज है

तू ही मेरी दिन है, तू ही मेरी रात है,
तू ही मेरी कल है, तू ही मेरी आज है,
तू ही मेरी सुर है, तू ही मेरी साज है,
तू ही मेरी गीत, और तू मेरी आवाज है,
तू मेरी बसन्त ऋतु, तू ही तो बरसात है,
तू ही तो वसन है मेरी, तू ही सर का ताज है,
रूठ गई है मुझको लगता, मेरा जीवन आज है,
लगता है ये मुझको यारो, चाँद मेरा नाराज है ।।

#vinay_k

Language: Hindi
1 Like · 354 Views
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