चाँद का अब हो गया दीदार है /ईद
चाँद का अब हो गया दीदार है
ईद की खुशियों से दिल गुलज़ार है
दे रहें देखो मुबारकबाद सब
ईद का भी सज रहा बाज़ार है
माह पूरा हो गया रमजान का
डूब खुशियों में रहा संसार है
बन रहे पकवान घर घर में नए
सेवईं से हो रहा सत्कार है
भूल कर सब भेद मिलते हैं गले
ईद का मतलब मुहब्बत प्यार है
बच्चों की भी मुस्कुराहट देखिये
‘अर्चना’ ईदी मिली उपहार है
डॉ अर्चना गुप्ता