Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Feb 2021 · 1 min read

चलना सिखाया आपने

पंथ में हो मौन सुमनों को बिछाया आपने ।
शूल सारे चुन लिए पथ को सजाया आपने।
स्नेह का दीपक जला कर,संग मेरे हर घड़ी-
हाथ मेरा थाम कर चलना सिखाया आपने ।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

1 Like · 1 Comment · 396 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
संग रहूँ हरपल सदा,
संग रहूँ हरपल सदा,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
सुन लो मंगल कामनायें
सुन लो मंगल कामनायें
Buddha Prakash
रिश्ता
रिश्ता
Santosh Shrivastava
"सुन रहा है न तू"
Pushpraj Anant
दुनिया में लोग अब कुछ अच्छा नहीं करते
दुनिया में लोग अब कुछ अच्छा नहीं करते
shabina. Naaz
उलझते रिश्तो को सुलझाना मुश्किल हो गया है
उलझते रिश्तो को सुलझाना मुश्किल हो गया है
Harminder Kaur
अब नहीं पाना तुम्हें
अब नहीं पाना तुम्हें
Saraswati Bajpai
✍️परीक्षा की सच्चाई✍️
✍️परीक्षा की सच्चाई✍️
Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
“सुरक्षा में चूक” (संस्मरण-फौजी दर्पण)
“सुरक्षा में चूक” (संस्मरण-फौजी दर्पण)
DrLakshman Jha Parimal
*नए वर्ष में स्वस्थ सभी हों, धन-मन से खुशहाल (गीत)*
*नए वर्ष में स्वस्थ सभी हों, धन-मन से खुशहाल (गीत)*
Ravi Prakash
जिंदगी में सफ़ल होने से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि जिंदगी टेढ़े
जिंदगी में सफ़ल होने से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि जिंदगी टेढ़े
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ये जो तेरे बिना भी, तुझसे इश्क़ करने की आदत है।
ये जो तेरे बिना भी, तुझसे इश्क़ करने की आदत है।
Manisha Manjari
■ आज की बात
■ आज की बात
*Author प्रणय प्रभात*
बसंती हवा
बसंती हवा
Arvina
2678.*पूर्णिका*
2678.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कई युगों के बाद - दीपक नीलपदम्
कई युगों के बाद - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मुझे     उम्मीद      है ए मेरे    दोस्त.   तुम.  कुछ कर जाओग
मुझे उम्मीद है ए मेरे दोस्त. तुम. कुछ कर जाओग
Anand.sharma
लहजा बदल गया
लहजा बदल गया
Dalveer Singh
दीपावली
दीपावली
Deepali Kalra
कब तक इंतजार तेरा हम करते
कब तक इंतजार तेरा हम करते
gurudeenverma198
शिक्षा और संस्कार जीवंत जीवन के
शिक्षा और संस्कार जीवंत जीवन के
Neelam Sharma
आग उगलती मेरी क़लम
आग उगलती मेरी क़लम
Shekhar Chandra Mitra
एतबार पर आया
एतबार पर आया
Dr. Sunita Singh
लोककवि रामचरन गुप्त एक देशभक्त कवि - डॉ. रवीन्द्र भ्रमर
लोककवि रामचरन गुप्त एक देशभक्त कवि - डॉ. रवीन्द्र भ्रमर
कवि रमेशराज
*तेरे इंतज़ार में*
*तेरे इंतज़ार में*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
इतना तो आना चाहिए
इतना तो आना चाहिए
Anil Mishra Prahari
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
*देश की आत्मा है हिंदी*
*देश की आत्मा है हिंदी*
Shashi kala vyas
तहजीब राखिए !
तहजीब राखिए !
साहित्य गौरव
[पुनर्जन्म एक ध्रुव सत्य] भाग–7
[पुनर्जन्म एक ध्रुव सत्य] भाग–7
Pravesh Shinde
Loading...