घर-घर संदेश पहुंचाना है
घर-घर संदेश पहुंचाना है
पर्यावरण को बचाना है
सबसे यही अर्ज करें
पानी कम खर्च करें
नदियों को साफ कराना है
पर्यावरण को बचाना है
जीवों का श्रृंखला बना रहे
जंगल उनसे ही सजा रहे
प्राकृतिक संतुलन बनाना है
पर्यावरण को बचाना है
वायुमंडल जहरीला हो रहा
ज़मीं बंजर,पथरीला हो रहा
अब पेड़ खूब लगाना है
पर्यावरण को बचाना है
ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रहा है
ग्लेशियर भी पिघल रहा है
परिवार नियोजन अपनाना है
पर्यावरण को बचाना है
प्रकृति जब नाराज़ होता है
कैसे ताण्डव मचाता है
सुकून के फ़रिश्ते को बुलाना है
पर्यावरण को बचाना है
नूरफातिमा खातून “नूरी”
कुशीनगर