Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Sep 2021 · 1 min read

घनाक्षरी

रक्षाबंधन
———–
भाइयों से निश्चित दीदार करने के लिए
बहनों के हृदय में लालसा जगाता है
तथा बहनों से मिलने के लिए भाइयों को
ऐसा लगता है मानो , पागल बनाता है
हरियाली प्यार रूपी पौध में लाने के लिए
प्यार भरा पानी झमाझम बरसाता है
प्यार पनपाने वाला पर्व रक्षाबंधन का
सचमुच अवधू के चित् को चुराता है
——–रक्षाबंधन
अवधक किशोर ‘अवधू’
ग्राम- बरवा (रकबा राजा )
पोस्ट- लक्षमीपुर बाबू
जिला – कुशीनगर उत्तर प्रदेश
मो.न. 9918854285

392 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सुन लो बच्चों
सुन लो बच्चों
लक्ष्मी सिंह
सत्तावन की क्रांति का ‘ एक और मंगल पांडेय ’
सत्तावन की क्रांति का ‘ एक और मंगल पांडेय ’
कवि रमेशराज
आम पर बौरें लगते ही उसकी महक से खींची चली आकर कोयले मीठे स्व
आम पर बौरें लगते ही उसकी महक से खींची चली आकर कोयले मीठे स्व
Rj Anand Prajapati
🌹थम जा जिन्दगी🌹
🌹थम जा जिन्दगी🌹
Dr Shweta sood
काशी
काशी
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Mamta Rani
“सभी के काम तुम आओ”
“सभी के काम तुम आओ”
DrLakshman Jha Parimal
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
अखंड भारतवर्ष
अखंड भारतवर्ष
Bodhisatva kastooriya
एक ही दिन में पढ़ लोगे
एक ही दिन में पढ़ लोगे
हिमांशु Kulshrestha
कोई दरिया से गहरा है
कोई दरिया से गहरा है
कवि दीपक बवेजा
छोड़ दिया है मैंने अब, फिक्र औरों की करना
छोड़ दिया है मैंने अब, फिक्र औरों की करना
gurudeenverma198
कुत्तों की बारात (हास्य व्यंग)
कुत्तों की बारात (हास्य व्यंग)
Ram Krishan Rastogi
2606.पूर्णिका
2606.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
शब्दों की अहमियत को कम मत आंकिये साहिब....
शब्दों की अहमियत को कम मत आंकिये साहिब....
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
💐प्रेम कौतुक-419💐
💐प्रेम कौतुक-419💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कुछ चूहे थे मस्त बडे
कुछ चूहे थे मस्त बडे
Vindhya Prakash Mishra
हल
हल
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
*मायापति को नचा रही, सोने के मृग की माया (गीत)*
*मायापति को नचा रही, सोने के मृग की माया (गीत)*
Ravi Prakash
भीष्म के उत्तरायण
भीष्म के उत्तरायण
Shaily
बिछड़ कर तू भी जिंदा है
बिछड़ कर तू भी जिंदा है
डॉ. दीपक मेवाती
#लघुकथा-
#लघुकथा-
*Author प्रणय प्रभात*
// लो फागुन आई होली आया //
// लो फागुन आई होली आया //
Surya Barman
जीभर न मिलीं रोटियाँ, हमको तो दो जून
जीभर न मिलीं रोटियाँ, हमको तो दो जून
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ज़िन्दगी एक उड़ान है ।
ज़िन्दगी एक उड़ान है ।
Phool gufran
दुकान में रहकर सीखा
दुकान में रहकर सीखा
Ms.Ankit Halke jha
आंख में बेबस आंसू
आंख में बेबस आंसू
Dr. Rajeev Jain
"अक्ल बेचारा"
Dr. Kishan tandon kranti
It's not always about the sweet kisses or romantic gestures.
It's not always about the sweet kisses or romantic gestures.
पूर्वार्थ
खूबसूरत लम्हें जियो तो सही
खूबसूरत लम्हें जियो तो सही
Harminder Kaur
Loading...