Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jun 2021 · 1 min read

घनाक्षरी छंद (बेकार सेवक)

विरोधाभास एवं
बक्रोति अलंकार
घनाक्षरी छंद
************

पेट भर जाय यही, हमारा पुरस्कार,
चाहे पद पाके पापी पूरी पेटियाँ भरें ।

पहले डरे न कभी, सच बात कहने में,
उलट पलट हुआ, अब हम क्यों डरें?

धर्म के लिए दिये हैं, जिन्होंने कि प्राण दान,
तिनकी चरण रज,अंकित माथे करें ।

हमें कार सेवक तो, वंदनीय पूजनीय,
जो बेकार सेवक हैं, उनको कहाँ धरें ।

गुरू सक्सेना
नरसिंहपुर( म0 प्र0)

339 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ऐ मौत
ऐ मौत
Ashwani Kumar Jaiswal
अपना नैनीताल...
अपना नैनीताल...
डॉ.सीमा अग्रवाल
गुरूर चाँद का
गुरूर चाँद का
Satish Srijan
** पर्व दिवाली **
** पर्व दिवाली **
surenderpal vaidya
पहचान
पहचान
Seema gupta,Alwar
मैं तो महज नीर हूँ
मैं तो महज नीर हूँ
VINOD CHAUHAN
नारी पुरुष
नारी पुरुष
Neeraj Agarwal
अच्छा खाना
अच्छा खाना
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
शुभ होली
शुभ होली
Dr Archana Gupta
प्यासा के हुनर
प्यासा के हुनर
Vijay kumar Pandey
दिल में
दिल में
Dr fauzia Naseem shad
💐अज्ञात के प्रति-107💐
💐अज्ञात के प्रति-107💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कोई नही है अंजान
कोई नही है अंजान
Basant Bhagawan Roy
ये पीढ कैसी ;
ये पीढ कैसी ;
Dr.Pratibha Prakash
कोशिशें करके देख लो,शायद
कोशिशें करके देख लो,शायद
Shweta Soni
मै भी सुना सकता हूँ
मै भी सुना सकता हूँ
Anil chobisa
अहमियत 🌹🙏
अहमियत 🌹🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
#एड्स_दिवस_पर_विशेष :-
#एड्स_दिवस_पर_विशेष :-
*Author प्रणय प्रभात*
जानो धन चंचल महा, सही चंचला नाम(कुंडलिया)
जानो धन चंचल महा, सही चंचला नाम(कुंडलिया)
Ravi Prakash
कब मेरे मालिक आएंगे!
कब मेरे मालिक आएंगे!
Kuldeep mishra (KD)
बेफिक्री की उम्र बचपन
बेफिक्री की उम्र बचपन
Dr Parveen Thakur
नाही काहो का शोक
नाही काहो का शोक
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
मान तुम प्रतिमान तुम
मान तुम प्रतिमान तुम
Suryakant Dwivedi
"शायद."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
अबोध अंतस....
अबोध अंतस....
Santosh Soni
2325.पूर्णिका
2325.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
कविता ....
कविता ....
sushil sarna
चांद ने सितारों से कहा,
चांद ने सितारों से कहा,
Radha jha
"तुम नूतन इतिहास लिखो "
DrLakshman Jha Parimal
कुछ व्यंग्य पर बिल्कुल सच
कुछ व्यंग्य पर बिल्कुल सच
Ram Krishan Rastogi
Loading...