गोदी मीडिया की चिंगारी देखो क्या रंग लाई …
जाने क्यों लोगों में क्यों होती ,
नेताओं को लेकर लड़ाई ।
वो कांग्रेसी ऐसे ,ये भाजपाई वैसे ,
बिना बात की रस्सा कशाई ।
ना उसने रोटी देनी ,ना इसने हलवा पूरी देनी ,
सभी ने है अपने भाग्य की खानी ।
फिर किस बात पर करते हाथा पाई ?
हम आपस में इनकी लेकर तकरार करते,
और वो परस्पर मिल बैठ कर चाय की चुस्कियां लेते ।
हंसी ठिठोली करते ।
और हम इनके खातिर परस्पर गाली गलौज करते ,
शत्रुता पालते ।
और करवाते जग हसाई ।
आखिर हम क्यों नहीं समझते ,
यह सारी आग विरोध की किसने लगाई ।
यह काम है गोदी मीडिया का ,
जिसने चिंगारी सुलगाई ।